
नई दिल्ली: इजरायल और हमास के बीच युद्ध भयावह रुप लेता जा रहा है। एक तरफ जहां इजरायल ने हमास आतंकियों को उसके अंजाम तक पहुंचाने की कसम खाई है तो वहीं हमास आतंकी भी लगातार इजारायल के कई हिस्सों पर रॉकेट दागने से बाज नहीं आ रहा है। लेकिन इस युद्ध में नुकसान इजारायल में रहने वाले देश विदेश की आम जनता का हो रहा है। हर देश अपने अपने नागरिकों को इजरायल से निकाल रहा है। जिसकी शुरुआत भारत ने की थी। भारत सरकार ने अब तक 1200 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित इजरायल से निकाल लिया है। इसका पूरा खर्च सरकार ही वहन कर रही है। इस मुहिम का नाम भारत सरकार ने ऑपरेशन अजय रखा है।
भारत सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर इजरायल में रह रहे हर भारतीय नागरिक से अपील की है कि वो जल्द से जल्द भारतीय दूतावास में अपना पंजीकरण करवा लें ताकि उन्हें इजरायल से उन्हें भारत वापस लाने में मदद मिल सके। पंजीकरण इसलिए भी अनिवार्य कर दिया गया है कि ताकि वहां रह रहे भारतीय नागरिकों से संपर्क किया जा सके और उनके लोकेशन का पता कर उन्हें वहां से निकाल जा सके।
हालांकि सरकार को ये भी पता है कि बहुत सारे भारतीय वहां से नहीं निकलना चाहते हैं लेकिन भारत सरकार अपनी तरफ से हर संभव प्रयास कर रही है कि अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकाल सके। क्योंकि इजरायल में स्थित बेहद ही नाजुक है। खास तौर से गाजा पट्टी की। हालांकि जो जानकारी निकल कर सामने आई है उसके मुताबिक गाजा पट्टी में बहुत ज्यादा भारतीय नहीं रहते हैं लेकिन बावजुद इसके भारतीय दूतावास इजरायल में रहने वाले एक एक भारतीय के संपर्क में है। ऐसा इजरायल से भारत वापस लौटे नागरिक भी बता रहे हैं।
वहीं भारत सरकार भी इजारायल में भारतीय नागरिकों के लिए एक इको सिस्टम तैयार कर, उनसे संपर्क साथ कर, उनके लोकेशन का पता लगा कर और फिर विशेष विमान से उन्हें सकुशल भारत ले आने को अपनी उपलब्धि और भारतीय नागरिकों के प्रति अपनी जिम्मेदारी मान रही है।