
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को इसरो पहुंच कर चंद्रयान 3 मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। दरअसल जिस वक्त चंद्रयान 3 ने चांद के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर लैंडिंग की थी, उस वक्त प्रधानमंत्री मोदी BRICS सम्मेलन में हिस्सा लेने दक्षिण अफ्रीका गए हुए थे। उस दौरान प्रधानमंत्री वर्चुअल माध्यम से जुड़ कर इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने थे और वैज्ञानिकों को बधाई दी थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि वो इसरो खुद आकर भी सभी वैज्ञानिकों को बधाई देंगे।
हालांकि दक्षिण अफ्रीका से रवाना होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी एक दिन के लिए ग्रीस पहुंचे और वहां से सीधा बेंगलुरु पहुंचे और फिर इसरो कमांड सेंटर पहुंच कर वैज्ञानिकों से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी।


प्रधानमंत्री ने की 3 घोषणाएं
इसरो कमांड सेंटर में वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन महत्वपूर्ण घोषनाएं की। प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर जहां विक्रम लैंडर उतरा था वो जगह शिव शक्ति कहलाएगी। साथ ही चंद्रयान – 2 के टच प्वांइट को तिरंगा रखे जाने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैज्ञानिकों का संबोधित करते हुए कहा कि 23 अगस्त, जिस दिन चंद्रयान 3 चांद की सतह पर उतरा, उस दिन को नेशनल स्पेस डे के रुप में मनाया जाएगा।
वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा – जिस वक्त भारत ने चांद पर उतरने की उपलब्धि हासिल की, उस वक्त मैं दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल था। वहां दुनियाभर के नेताओं ने चंद्रयान 3 की उपलब्धि की तारीफ की और शुभकामनाएं धी। मैं उन शुभकामनाओं को वैज्ञानिकों और आपको सुपुर्द करता हूं।