
onam Raghuvanshi give contract to kill husband?
मेघालय में हनीमून के दौरान इंदौर निवासी राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) की रहस्यमयी हत्या के मामले में नया मोड़ आया है। पत्नी सोनम रघुवंशी ने गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया और अब वह हत्या की साजिश में मुख्य आरोपी मानी जा रही है।
नई दिल्ली: मेघालय के एक खूबसूरत हिल स्टेशन पर हनीमून मनाने गए इंदौर निवासी राजा रघुवंशी की रहस्यमयी मौत का मामला अब एक गंभीर आपराधिक साजिश की ओर इशारा कर रहा है। सोमवार को पुलिस ने इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी को हत्या की साजिश में शामिल मुख्य आरोपी के तौर पर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया है।
मेघालय पुलिस के अनुसार, सोनम ने भारी दबाव में आकर गाजीपुर जिले के नंदगंज पुलिस थाने में आत्मसमर्पण किया। पुलिस ने इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य आरोपी अब भी फरार है। पुलिस का मानना है कि सोनम ने ही कथित रूप से राजा की हत्या के लिए भाड़े के हत्यारों को सुपारी दी थी।
हत्या की पृष्ठभूमि
राजा और सोनम 23 मई को अपने हनीमून के लिए मेघालय पहुंचे थे। दोनों ने कई स्थानों पर एक साथ समय बिताया। लेकिन इसी दिन दोनों लापता हो गए। दस दिन बाद राजा रघुवंशी का शव मेघालय के रियात अर्लियांग क्षेत्र के वेइसाडोंग पार्किंग लॉट के नीचे एक गहरी खाई से बरामद किया गया। शव के पास एक धारदार चाकू भी मिला, जिसे हत्या में इस्तेमाल किया गया मुख्य हथियार माना जा रहा है। उस समय सोनम भी गायब थी। परिवार और पुलिस की अपीलों के बावजूद सोनम ने कोई संपर्क नहीं किया। इससे संदेह और भी गहराता चला गया।
शक की दिशा क्यों मुड़ी सोनम की ओर?
इस मामले में सबसे पहला सवाल तो ये उठता है कि जब राजा लापता हुआ, लेकिन सोनम ने उसके परिवार को कोई सूचना नहीं दी। वह खुद भी गायब रही। लेकिन कुछ दिनों के बाद राजा का शव मिला लेकिन सोनम का शव नहीं मिला। अब दूसरा सवाल ये उठता कि पति के हत्या के बाद पत्नी सुरक्षित है और मेघालय से हजारों किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पाई गई।
तीसरा सवाल ये उठता है कि पति की हत्या हो जाती है और पत्नी घटना स्थल से बिना किसी आधिकारिक सूचना या मदद के सीधे यूपी पहुंचना पुलिस को संदिग्ध लगा। हैरानी की बात तो ये है कि सोनम ने मेघालय में किसी से कोई शिकायत या सहायता की गुहार नहीं लगाई। वहीं जब पूरा देश इस मामले को लेकर चिंतित था, मीडिया में खबरें चल रही थीं, परिवार बोल रहा था – सोनम पूरी तरह से चुप रही।
पुलिस की अगली कार्रवाई
मेघालय पुलिस ने बताया कि सोनम को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय लाया जाएगा, जहां मुख्य जांच की जाएगी। पुलिस महानिरीक्षक डाल्टन पी. मारक ने मीडिया को बताया, “सोनम के सरेंडर से इस मामले में एक निर्णायक मोड़ आया है। अब चार आरोपी हिरासत में हैं, जबकि एक आरोपी की तलाश की जा रही है।”
सोनम की भूमिका इस हत्याकांड में कितनी गंभीर है, इसका निर्धारण अदालत द्वारा विस्तृत जांच, गवाहों के बयान और सबूतों के विश्लेषण के बाद ही किया जाएगा। वर्तमान में वह एक आरोपी है, दोषी नहीं। लेकिन जिस तरह की परिस्थितियाँ और घटनाएं सामने आई हैं, उससे जांच एजेंसियों का ध्यान स्वाभाविक रूप से उसी पर केंद्रित हो गया है।