
नई दिल्ली: दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। सोमवार शाम तक हवा की गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 500 के पार दर्ज किया गया, जिससे राजधानी गैस चेंबर में तब्दील हो गई है। मुंडका, अशोक विहार, द्वारका, जहांगीरपुरी और कई अन्य क्षेत्रों में AQI 500 रिकॉर्ड किया गया।
प्रदूषण के कारण और प्रभाव
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के 37% प्रदूषण का कारण पराली जलाने से होने वाला धुआं है, जबकि 12% प्रदूषण वाहनों से उत्सर्जित कार्बन का है। गंभीर स्थिति को देखते हुए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने 18 नवंबर से ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण लागू कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट का सख्त आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण की भयावह स्थिति पर नाराजगी जताई और केंद्र व राज्य सरकारों को कड़ी फटकार लगाई। अदालत ने 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद कर ऑनलाइन क्लास चलाने का आदेश दिया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले पांच दिनों को दिल्ली-एनसीआर के लिए और मुश्किल बताया है। घने कोहरे और ठंडी हवाओं के चलते विजिबिलिटी 200 मीटर से भी कम रहने की संभावना है। कोहरे के कारण सड़कों पर सफर और मुश्किल हो सकता है।
प्रमुख क्षेत्रों का AQI स्तर (सोमवार शाम 5 बजे):
- अशोक विहार: 500
- बवाना: 500
- द्वारका: 500
- जहांगीरपुरी: 500
- मुंडका: 500
- आनंद विहार: 499
- ओखला: 499
- मंदिर मार्ग: 499
हरियाणा के कई शहरों में भी AQI 400 के करीब पहुंच गया है।
नागरिकों के लिए निर्देश
सरकार ने नागरिकों को घर में रहने, बाहर जाने पर मास्क पहनने और आवश्यक होने पर ही सफर करने की सलाह दी है। प्रदूषण और ठंड के बीच दिल्लीवासियों की मुश्किलें फिलहाल बढ़ने की संभावना है।