
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आर्टिकल 370 की बहाली को लेकर माहौल गरम हो गया। गुरुवार को हुए सत्र के दौरान तीखी बहस और कुछ सदस्यों के बीच हाथापाई तक की स्थिति आ गई। विधानसभा में पीडीपी विधायक खुर्शीद अहमद शेख ने विशेष दर्जे की बहाली के लिए बैनर दिखाए, जिस पर विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने कड़ी आपत्ति जताई। इसके बाद हालात इतने बिगड़े कि कुछ बीजेपी विधायकों को धक्के देकर सदन से बाहर निकालना पड़ा और विधानसभा अध्यक्ष को 15 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
प्रस्ताव पर शुरू से ही गरम माहौल
इस मुद्दे पर विधानसभा में सोमवार से ही तीखी बहस चल रही है। पीडीपी के पुलवामा से विधायक वहीद पारा ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे और राज्य के दर्जे की बहाली के प्रस्ताव को सदन में पेश किया था। यह प्रस्ताव उनकी पार्टी पीडीपी के 2019 में अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में रुख के अनुसार था।
उमर अब्दुल्ला ने प्रस्ताव को बताया ‘प्रतीकात्मक’
वहीं, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस प्रस्ताव को ‘प्रतीकात्मक’ बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर यह मुद्दा इतना ही गंभीर होता, तो इसे नेशनल कॉन्फ्रेंस के परामर्श से पेश किया जाना चाहिए था। अब्दुल्ला की इस टिप्पणी से नेशनल कॉन्फ्रेंस के भीतर इस मुद्दे पर आंतरिक कलह भी उजागर हो गई है। पार्टी अपने घोषणापत्र में अनुच्छेद 370 की बहाली और जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता की बहाली का वादा कर चुकी है।
विवादों के बीच विधानसभा स्थगित
उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने भी इस मुद्दे पर विशेष दर्जे की बहाली का समर्थन करते हुए प्रस्ताव पेश किया, जिस पर बीजेपी नेता सुनील शर्मा ने कड़ा विरोध किया। विवाद इतना बढ़ गया कि विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।