
मुंबई: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में एक बड़ा अपडेट सामने आया है, जिससे यह पुष्टि होती है कि इस हत्या के पीछे साबरमती जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग का हाथ है। सरकारी वकील ने कोर्ट में भी इस तथ्य की पुष्टि कर दी है। इसके अलावा, लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के सदस्य शुबम लोंकर ने भी फेसबुक पर इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
अब नए खुलासों से पता चला है कि हत्या से पहले लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने शूटर्स से बातचीत की थी। अनमोल बिश्नोई वर्तमान में कनाडा में रहता है, और उसने एक मैसेजिंग ऐप के ज़रिए शूटर्स को बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे, विधायक जीशान सिद्दीकी की तस्वीरें भेजकर उनकी हत्या की सुपारी दी थी। यह बातचीत और तस्वीरें शूटर्स के मोबाइल फोन से बरामद की गई हैं, जिसमें विदेश से नंबर का इस्तेमाल किया गया था।
शूटर्स के फोन से कुछ डिलीट की गई चैट्स को भी रिकवर किया गया है। इन चैट्स में अनमोल बिश्नोई नाम के व्यक्ति से हुई बातचीत के कुछ हिस्से मिले हैं, जिसे मुम्बई पुलिस अब वेरिफाई कर रही है कि यह वही अनमोल बिश्नोई है जो कनाडा में रहता है। इसके अलावा, कुछ तस्वीरें भी शूटर्स के मोबाइल फोन में मिली हैं, जिनमें वे बंदूक के साथ दिखाई दे रहे हैं। यह तस्वीरें 13 सितंबर की बताई जा रही हैं, जब शूटर्स ने मुंबई में फायरिंग की प्रैक्टिस की थी।
पूछताछ के दौरान शूटर्स ने स्वीकार किया है कि हत्या से पहले उन्होंने बाकायदा बंदूक चलाने की प्रैक्टिस की थी। इसके साथ ही उन्होंने कुर्ला के एक किराए के घर में ठहरकर बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे की रेकी भी की थी, ताकि सही समय पर उन पर हमला किया जा सके।
अब तक इस केस में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि शिवकुमार गौतम अभी भी फरार है। इसके अलावा, फेसबुक पर हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले शुबम लोंकर के भाई प्रवीण को भी पुणे से गिरफ्तार किया गया है।
हालांकि इस केस की आधिकारिक जांच मुंबई पुलिस कर रही है, लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी इस कांट्रेक्ट किलिंग की तह तक जाने के लिए मुंबई पुलिस की मदद कर रही है। वे लॉरेंस बिश्नोई और उसके गैंग को गिरफ्तार करने के लिए तकनीकी सबूत जुटाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि इस मामले में पुख्ता कार्रवाई हो सके।