
Pahalgam Terror Attack : Pakistan stops trade with India
पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत के कड़े कदमों पर पाकिस्तान की तीखी प्रतिक्रिया, NSC बैठक में भारत से सभी व्यापार खत्म करने और जल प्रवाह रोकने को युद्ध की घोषणा मानने की चेतावनी दी गई।
इस्लामाबाद/नई दिल्ली: पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान पर लगाए गए कड़े प्रतिबंधों के जवाब में पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में इस्लामाबाद में हुई नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (NSC) की आपात बैठक में भारत से सभी प्रकार के व्यापारिक संबंध खत्म करने का ऐलान किया गया। इसके साथ ही भारत द्वारा सिंधु जल संधि के अंतर्गत मिलने वाले जल के प्रवाह को रोकने की आशंका पर पाकिस्तान ने गंभीर चेतावनी दी है।
NSC की बैठक में पाकिस्तान के शीर्ष राजनीतिक, सैन्य और खुफिया अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक के बाद जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि भारत के हालिया कदमों से क्षेत्रीय शांति को गंभीर खतरा है। विशेष रूप से भारत द्वारा संभावित जल प्रवाह में रोक की बात पर पाकिस्तान ने तीव्र आपत्ति जताई है। बयान में स्पष्ट किया गया: “यदि भारत ने पाकिस्तान को वैध रूप से मिलने वाले जल के प्रवाह को रोका या उसे मोड़ने की कोशिश की, तो इसे पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध की घोषणा माना जाएगा।”
बैठक में पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ कूटनीतिक स्तर पर वैश्विक मंचों पर मामला उठाने का निर्णय भी लिया है। इसके तहत संयुक्त राष्ट्र, इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में भारत के कदमों को चुनौती दी जाएगी।
भारत के प्रतिबंधों की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हाल ही में हुए आतंकी हमले में कई सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई और कई घायल हुए। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए द्विपक्षीय व्यापार, वीज़ा सेवाएं और कूटनीतिक संपर्कों को सीमित करने की घोषणा की। इसके अलावा सिंधु जल संधि की समीक्षा करने और पानी के बहाव को लेकर सख्त कदम उठाने के संकेत भी दिए गए।
विशेषज्ञों की राय
सामरिक मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की यह प्रतिक्रिया दर्शाती है कि भारत के कदम उसके लिए चिंता का विषय बने हैं। वहीं, भारत की ओर से अब तक इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार सरकार अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने हितों की रक्षा के लिए हर संभव विकल्प पर विचार कर रही है। पाकिस्तान की चेतावनी ने दक्षिण एशिया में एक बार फिर तनाव का स्तर बढ़ा दिया है। आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें दोनों देशों की कार्रवाइयों पर टिकी रहेंगी।