
Ravindra Jadeja
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक बड़ा नाम हैं, लेकिन उनकी इस सफलता के पीछे कड़ी मेहनत और कुछ बेहतरीन मेंटर्स का योगदान है। इन्हीं में से एक थे ऑस्ट्रेलियाई महान स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne), जिन्होंने राजस्थान रॉयल्स में जडेजा को तराशने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
शेन वॉर्न ने अपनी आत्मकथा ‘नो स्पिन’ में जडेजा की प्रशंसा करते हुए बताया कि पहली बार में ही उन्हें उनकी ऊर्जा और प्रतिभा पसंद आ गई थी, लेकिन अनुशासन की कमी उनके करियर के लिए समस्या बन सकती थी।
जब जडेजा को बस से उतार दिया गया
वॉर्न ने लिखा कि जडेजा अकसर ट्रेनिंग सेशन में देर से पहुंचते थे। पहली बार तो उन्होंने इसे नजरअंदाज किया, लेकिन जब यह दोबारा हुआ, तो उन्होंने जडेजा को एक सख्त सबक सिखाने का फैसला किया। ट्रेनिंग के बाद होटल लौटते समय उन्होंने बस बीच रास्ते में रोक दी और जडेजा को नीचे उतरने के लिए कहा। उनके एक साथी खिलाड़ी ने इस पर आपत्ति जताई, तो वॉर्न ने उसे भी बस से उतार दिया।
इसके बाद से किसी भी खिलाड़ी ने ट्रेनिंग सेशन में देर से आने की हिम्मत नहीं की। वॉर्न के इस अनुशासनात्मक रवैये ने जडेजा को काफी प्रभावित किया और उन्होंने इसे अपने जीवन का अहम हिस्सा बना लिया। आज जडेजा भारतीय क्रिकेट के सबसे अनुशासित और फिट खिलाड़ियों में से एक हैं, और इसमें शेन वॉर्न का बड़ा योगदान रहा है।