
नई दिल्ली: नीट पेपर लीक मामले को लेकर पूरे देश में बवाल मच रहा है। इस मामले ने अब राजनीतिक रंग भी पकड़ने लग गया है। जिस तरह से जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ती जा रही है, वैसे वैसे इस मामले से धीरे धीरे पर्दा उठता जा रहा है। अब तक की जांच के बाद अब इसके तार बिहार और झारखंड से लगातार जुड़ते जा रहे हैं। इस मामले को लेकर पुलिस ने झारखंड के देवघर से लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं बिहार पुलिस भी पूरी तरह से जांच में जुटी हुई है।
फिलहाल बिहार पुलिस कुछ शातिरों की तलाश कर रही है। पुलिस का मानना है कि इन शातिरों का इस मामले में बड़ा हाथ हो सकता है। पुलिस की जांच में एक बड़ी बात निकल कर सामने आई है कि झारखंड के हजारीबाग के एक सेंटर से पेपर लीक हुआ था। जो जानकारी निकल कर समाने आई है, उसके मुताबिक बिहार की राजधानी पटना से जो जले हुए प्रश्न पत्र मिले थे, उसके आधार पर पता चला है कि हजारीबाग के एक सेंटर से पेपर लीक हुआ था।
पुलिस के मुताबिक इस मामले का मुख्य आरोपी सिकंदर यादवेन्द्र ने भी इस बात को कबूल किया है कि उसने 30 से 32 लाख रुपए में अमित आनंद और नीतीश कुमार से पेपर खरीदे थे। फिर उसने समस्तीपुर के अनुराग यादव, गया के शिवनंदन कुमार, दानापुर के आयुष कुमार और रांची के अभिषेक कुमार को 40-40 लाख रुपए में पेपर बेचे थे। वहीं पटना के रामकृष्णा नगर में नीट परीक्षा से एक रात पहले 4 मई को पेपर इन चारों छात्रों को रातभर रटवाया गया था।