
मुंबई: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच सीट बंटवारे को लेकर रविवार को खूब हंगामा हुआ। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की दो अहम बैठकें अचानक रद्द कर दी गईं क्योंकि MVA में सीटों का फॉर्मूला तय नहीं हो पाया था। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि अगर जल्द सहमति नहीं बनती है तो पार्टी किसी भी फैसले के लिए तैयार है। शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने भी कहा कि राजनीति में कुछ भी हो सकता है।
रात के समय AICC के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाकात की, ताकि मामले को शांत किया जा सके। इसके बाद सीट बंटवारे पर फिर से बातचीत शुरू हुई। शिवसेना (UBT) के विधायक आदित्य ठाकरे और एमएलसी अनिल परब ने भी शरद पवार से मुलाकात की। शिवसेना (UBT) के नेताओं का कहना है कि ये मुलाकात MVA के घोषणापत्र पर चर्चा के लिए थी। लेकिन जानकार मानते हैं कि शिवसेना (UBT) और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर टकराव अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
रविवार को उद्धव ठाकरे ने मातोश्री में पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई, लेकिन MVA के किसी भी दल ने अब तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की। अब सवाल है कि क्या ये विवाद जल्द सुलझेगा?
वहीं दूसरी तरफ जब कांग्रेस की बैठकों में जब कोई समाधान नहीं निकला, तो AICC ने पूर्व मंत्री और CWC सदस्य नसीम खान को शरद पवार के पास भेजा। नसीम खान ने कहा कि मैंने विवादित सीटों पर शरद पवार से बातचीत की। क्योंकि वह MVA के सूत्रधार हैं, उन्होंने उद्धव ठाकरे और संजय राउत दोनों से बात की। मुझे पूरा यकीन है कि शरद पवार के हस्तक्षेप के बाद यह मामला जल्द ही सुलझ जाएगा।
हाल ही में कांग्रेस ने सभी विधानसभा सीटों की समीक्षा की थी और 288 उम्मीदवारों की पहचान की थी। MVA के नेता पिछले कुछ समय में सात बार मिल चुके हैं। इन बैठकों में महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (MPCC) के अध्यक्ष नाना पटोले, संजय राउत और NCP (SP) के जयंत पाटिल मौजूद रहे। कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि शिवसेना (UBT) और NCP (SP) की मांगें बहुत ज्यादा हैं, क्योंकि वे उन सीटों की मांग कर रहे हैं जहां उनकी उपस्थिति लगभग नहीं के बराबर है।