
Jesus Christ
गुड फ्राइडे का दिन सिर्फ एक ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि आध्यात्मिक चेतना और मानवता के सर्वोच्च मूल्यों का प्रतीक है। ईसाई धर्म में यह दिन अत्यंत पवित्र माना जाता है क्योंकि यही वह दिन है जब प्रभु यीशु मसीह ने मानव जाति के पापों के प्रायश्चित के लिए स्वेच्छा से अपना जीवन बलिदान कर दिया।
गुड फ्राइडे का महत्व और पृष्ठभूमि
ईसाई धर्म ग्रंथों के अनुसार, यीशु मसीह को किसी अपराध के बिना सूली पर चढ़ाया गया। उनसे पहले बर्बरता की सारी सीमाएं लांघ दी गईं — उन्हें कोड़े मारे गए, अपमानित किया गया, लेकिन उन्होंने पलटकर न कोई प्रतिशोध लिया, न घृणा की। बल्कि क्रूस पर चढ़े हुए उन्होंने यह प्रार्थना की: “हे परमपिता, इन्हें क्षमा करना, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं।” इस क्षमा भाव ने ही गुड फ्राइडे को ‘माफी का दिन’ बना दिया।
तो फिर सवाल उठता है — इस दुखद दिन को ‘Good’ क्यों कहते हैं?
जिस दिन एक निर्दोष को अमानवीय यातनाएं देकर मृत्यु दी गई, उसे ‘Good’ कहना विरोधाभासी लगता है। लेकिन इसका उत्तर छिपा है उस बलिदान के पीछे की भावना में — जब एक व्यक्ति अपने पूरे अस्तित्व को दूसरों के लिए समर्पित कर दे, और उस त्याग से एक नया रास्ता निकले, तो वह दिन ‘महान’ कहलाता है। ‘Good Friday’ को ‘होली फ्राइडे’, ‘ग्रेट फ्राइडे’ और ‘ब्लैक फ्राइडे’ के नाम से भी जाना जाता है, लेकिन ‘Good’ इसलिए कहा गया क्योंकि इसी दिन से शुरू होती है आशा की यात्रा — जो तीन दिन बाद ईस्टर संडे पर प्रभु यीशु के पुनरुत्थान के साथ पूर्ण होती है।
गुड फ्राइडे की शिक्षा: माफी ही सबसे बड़ा बल है
गुड फ्राइडे केवल एक धार्मिक अवसर नहीं, यह हमें क्षमा, प्रेम, और करुणा की वह मिसाल देता है जिसे आज के युग में भी अपनाने की ज़रूरत है। जब हम प्रतिशोध की भावना से बाहर निकलकर दूसरों को क्षमा करना सीखते हैं, तभी हम सच्चे अर्थों में मानव बन पाते हैं।
तीन दिन बाद आता है ‘ईस्टर संडे’
गुड फ्राइडे के तीन दिन बाद आता है ईस्टर संडे, जब यीशु मसीह मृत्यु को पराजित कर पुनः जीवित हुए। यह दिन न केवल पुनरुत्थान का, बल्कि नई शुरुआत और जीवन की जीत का उत्सव है। ईस्टर तक का यह पूरा सप्ताह — विशेष रूप से लेंट (Lent) के 40 दिन — आत्मचिंतन, आत्मशुद्धि और ईश्वर से जुड़ने का समय होता है।
गुड फ्राइडे की आत्मा को समझें
आज जब दुनिया नफरत, अहंकार और हिंसा से जूझ रही है, गुड फ्राइडे का संदेश हमें याद दिलाता है कि बलिदान में शक्ति है, और माफी में मुक्ति। गुड फ्राइडे हमें प्रेरित करता है कि हम भी अपने जीवन में प्रेम और क्षमा के बीज बोएं — यही प्रभु यीशु मसीह की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।