
नई दिल्ली: दिल्ली की केजरीवाल सरकार एक बार फिर मुश्किलों में फंसती नज़र आ रही है। इस बार दिल्ली सरकार पर सरकारी अस्पतालों में नकली दवाई मुहैया कराने का आरोप लगा है। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर ये आरोप तब लगे हैं, जब कुछ ही महीनों में लोकसभा चुनाव की घोषणा होने वाली है। दवाई घोटाले के मद्देनजर दिल्ली के गवर्नर विनय सक्सेना ने इसे गंभीर मामला बताते हुए सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं।
दरअसल सतर्कता विभाग की एक रिपोर्ट आने के बाद दिल्ली के एलजी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को पत्र लिख कर इस मामले की जांच सीबीआई से कराने के निर्देश दिए हैं। जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है, उसके मुताबिक दिल्ली के कई लोगों ने इस बात की शिकायत की थी कि दिल्ली की जनता क्लिनिक और अस्पतालों में जो दवाई दी जा रही है उनका कोई खास असर नहीं हो रहा है। इस बात को गंभीरता से लेते हुए इन दवाओं की जांच करवाई गई थी, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ था कि ये दवाईयां तय मानकों के आधार पर नहीं बनाई गई थी।
अब जब ये मामला सामने आया है तो दिल्ली सरकार पर कई तरह के आरोप लगने तो लाजमी है। सरकार पर आरोप लगने लगा है कि मोटे कमीशन के चक्कर में दिल्ली सरकार ने ऐसी दवा कंपनी की दवाओं की आपूर्ति का ठेका दिया गया था, जो बेहतर गुणवत्ता वाली दवाईया बनाती ही नहीं हैं। वैसे को खबर लिखे जाने तक दिल्ली सरकार या फिर दिल्ली सरकार के किसी मंत्री का इस मुद्दे पर कोई बयान सामने नहीं आया है। अब देखने वाली बात यही होगी कि क्या सीबीआई इस बात को उजागर कर पाएगी कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में जो दवाईयां मिल रही हैं वो नकली हैं या फिर बेहतर गुणवत्ता वाली दवाईयां नहीं हैं?