
अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास का सोमवार को लखनऊ के संजीवनी पीजीआई अस्पताल में निधन हो गया। वह ब्रेन स्ट्रोक के कारण पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। 3 फरवरी को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें लखनऊ ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। महंत सत्येंद्र दास के निधन से अयोध्या और राम भक्तों में शोक की लहर है। उनके पार्थिव शरीर को अयोध्या लाया जा रहा है, जहां सरयू नदी के किनारे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
राम मंदिर आंदोलन से था गहरा नाता
महंत सत्येंद्र दास लंबे समय से राम मंदिर से जुड़े हुए थे। उन्होंने वर्षों तक श्रीराम जन्मभूमि परिसर में पूजा-अर्चना करवाई और राम भक्तों की आस्था का केंद्र बने रहे। उनकी सादगी और निस्वार्थ सेवा के कारण वे श्रद्धालुओं के बीच अत्यंत सम्मानित थे। उनके निधन पर अयोध्या के संत समाज, मंदिर प्रशासन और हजारों श्रद्धालुओं ने शोक जताया है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने इसे अपूरणीय क्षति बताया और कहा कि महंत सत्येंद्र दास का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।
सरकार और धार्मिक संगठनों की ओर से भी शोक संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंत सत्येंद्र दास के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि वे राम मंदिर आंदोलन और हिंदू धर्म के प्रति पूरी निष्ठा से समर्पित थे। उनका निधन समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। अयोध्या में महंत सत्येंद्र दास को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में संत-महात्मा, श्रद्धालु और राजनेता एकत्र हो रहे हैं। उनके निधन से अयोध्या की धार्मिक विरासत को अपूरणीय क्षति हुई है।