
Sunita Williams
नई दिल्ली: भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और उनके साथी बुच विल्मोर आखिरकार नौ महीने और 13 दिन बाद धरती पर लौट आए हैं। उनकी सफल लैंडिंग फ्लोरिडा के तट पर हुई, जहां स्पेसएक्स की रिकवरी टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। दोनों को लेकर स्पेसएक्स क्रू-9 अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक पृथ्वी पर वापस लौटा। नासा ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “घर में आपका स्वागत है!”
तकनीकी खराबी के कारण 286 दिन तक अंतरिक्ष में फंसे रहे
हालांकि, ये मिशन केवल 8 दिन का था, लेकिन तकनीकी खामी के चलते उन्हें अंतरिक्ष में 286 दिन बिताने पड़े। इस दौरान उन्होंने कुल 121,347,491 मील की यात्रा की और पृथ्वी की 4,576 परिक्रमा पूरी की। इस मिशन के दौरान 150 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए गए, जिनमें स्टेम सेल तकनीक, पौधों की वृद्धि, रक्त रोगों और कैंसर पर शोध शामिल था।
पीएम मोदी ने दिया भारत आने का न्योता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनीता विलियम्स को पत्र लिखकर भारत आने का निमंत्रण दिया। यह पत्र नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो के माध्यम से भेजा गया। पत्र में प्रधानमंत्री ने लिखा, “आप भले ही हजारों मील दूर हों, लेकिन भारत के लोग आपके अच्छे स्वास्थ्य और मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। आपकी वापसी के बाद हम भारत में आपसे मिलने के लिए उत्सुक हैं।”
गुजरात में मना जश्न, डॉल्फिन ने किया स्वागत
सुनीता विलियम्स के गुजरात स्थित पैतृक गांव में उनकी सकुशल वापसी पर जश्न का माहौल है। जैसे ही उनका कैप्सूल समुद्र में उतरा, वहां मौजूद डॉल्फिन के झुंड ने उनका स्वागत किया। बाद में, स्पेसएक्स की रिकवरी टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।
नासा की कार्यवाहक प्रशासक ने ट्रंप को दिया श्रेय
नासा की कार्यवाहक प्रशासक जेनेट पेट्रो ने कहा, “हम सुनीता, बुच, निक और अलेक्जेंडर की सुरक्षित वापसी से रोमांचित हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर नासा और स्पेसएक्स की मेहनत रंग लाई।” अब सभी अंतरिक्ष यात्री ह्यूस्टन स्थित नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर पहुंचेंगे, जहां वे अपने परिवारों से मिलेंगे। यह मिशन मानवता के लिए वैज्ञानिक उपलब्धियों से भरपूर रहा और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए।