
FILE PHOTO: SHASHI THAROOR
कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने पार्टी में मतभेद की बात कबूल की और कहा कि वे समय आने पर आंतरिक चर्चा करेंगे। पीएम मोदी से मुलाकात को लेकर उन्होंने सफाई दी कि बातचीत केवल सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से जुड़े मुद्दों पर हुई थी।
तिरुवनंतपुरम: वरिष्ठ कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने पहली बार खुले तौर पर स्वीकार किया है कि उनकी पार्टी के भीतर कुछ मुद्दों को लेकर मतभेद हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इन मतभेदों पर चर्चा वे पार्टी मंच पर ही करेंगे। मीडिया से बातचीत में शशि थरूर ने कहा, “मैं पिछले 16 वर्षों से कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ा हूं। कुछ मुद्दों पर मतभेद जरूर हैं, लेकिन समय आने पर मैं पार्टी के भीतर इस पर बात करूंगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हालिया मुलाकात को लेकर पूछे गए सवाल पर थरूर ने कहा, “प्रधानमंत्री से चर्चा केवल सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से जुड़े विषयों पर हुई थी। जब बात देश की होती है, तो हमें एकजुट होना चाहिए। देश की सेवा के लिए मैं हर समय तैयार हूं।”
गौरतलब है कि भारत सरकार ने “ऑपरेशन सिंदूर” से जुड़ी जानकारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साझा करने के लिए सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे थे। इनमें से एक दल का नेतृत्व शशि थरूर ने किया था। उन्होंने अमेरिका से लेकर कोलंबिया तक कई देशों का दौरा किया और भारत के पक्ष में मजबूत तर्क रखे। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी प्रभावशाली दलीलों के बाद कोलंबिया ने पाकिस्तान के समर्थन में दिया गया बयान वापस ले लिया था, जिसे भारत की कूटनीतिक जीत के रूप में देखा गया।
थरूर को इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल किए जाने पर सियासी हलकों में चर्चा तेज है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी द्वारा भेजे गए नामों में उनका नाम नहीं था। इसके बावजूद भारत सरकार ने उन्हें न सिर्फ शामिल किया, बल्कि एक दल का नेतृत्व भी सौंपा। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्तिगत रूप से थरूर से मुलाकात की और उनके अनुभवों के बारे में जानकारी ली। इस घटनाक्रम के बाद से शशि थरूर की राजनीतिक भूमिका और संभावनाएं एक बार फिर चर्चा के केंद्र में हैं।