Rahul Gandhi Presents Evidence of Electoral Fraud: राहुल गांधी ने विपक्षी नेताओं को 2024 चुनावों में कथित गड़बड़ी के ठोस सबूतों के साथ प्रेजेंटेशन दिया। फर्जी वोटिंग, EC की मिलीभगत और मतदाता सूची में हेरफेर के आरोप। INDIA गठबंधन 11 अगस्त को चुनाव आयोग तक मार्च निकालेगा।
नई दिल्ली: भारत की राजनीति में एक बड़ा मोड़ उस समय आया जब विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के प्रमुख नेताओं ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नई दिल्ली स्थित आवास पर एक महत्वपूर्ण अनौपचारिक बैठक की। बैठक में राहुल गांधी ने 2024 के आम चुनावों में कथित ‘चुनावी धांधली’ पर एक विस्तृत पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के ज़रिए गंभीर आरोप और तथाकथित सबूत प्रस्तुत किए।
इस रणनीतिक बैठक में देशभर से 25 से अधिक राजनीतिक दलों के लगभग 50 नेता शामिल हुए। राहुल गांधी ने दावा किया कि केवल कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र महादेवपुरा में ही 1 लाख से अधिक फर्जी वोट जोड़े गए। उन्होंने बताया कि कैसे एक कमरे में 50 से 80 मतदाताओं के पते दर्शाए गए और हजारों मतदाताओं की तस्वीरें या तो गायब थीं या पहचान के लायक नहीं थीं।
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग (ECI) ने भाजपा के साथ मिलकर सुनियोजित तरीकों से मतदान में गड़बड़ी की, विशेष रूप से हरियाणा, कर्नाटक और महाराष्ट्र में। उन्होंने ‘फॉर्म 6’ के दुरुपयोग का हवाला देते हुए दावा किया कि महाराष्ट्र में चुनावों के बीच एक करोड़ नए मतदाता जोड़े गए, जिनमें से कई संदिग्ध थे। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शाम 5 बजे के बाद मतदान प्रतिशत में असामान्य वृद्धि दर्ज की गई, जबकि मतदान केंद्रों पर कोई भीड़ नहीं थी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि INDIA गठबंधन 11 अगस्त को चुनाव आयोग तक एक विरोध मार्च निकालेगा। विपक्षी नेताओं ने इस मार्च को लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक आवश्यक कदम बताया। सीपीआई महासचिव डी. राजा ने कहा, “बिहार में चल रही मतदाता सूची की पुनरीक्षण प्रक्रिया केवल एक राज्य तक सीमित नहीं रहेगी, यह पूरे देश में लोकतांत्रिक संकट को जन्म दे सकती है।”