Bihar: वोट अधिकार यात्रा के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने केंद्र व चुनाव आयोग पर साधा निशाना

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Rahul – Tejashwi slam Centre & EC: कांग्रेस और राजद की नवादा ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार व चुनाव आयोग पर वोटर लिस्ट से नाम हटाने का आरोप लगाया। दोनों नेताओं ने गरीब, दलित और अल्पसंख्यकों के मताधिकार की रक्षा का संकल्प दोहराया।

नवादा: कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने मंगलवार को नवादा में संयुक्त रूप से आयोजित ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के मंच से केंद्र की मोदी सरकार और चुनाव आयोग पर कड़ा हमला बोला। सभा को संबोधित करते हुए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि सुनियोजित तरीके से गरीब, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज के लोगों को मताधिकार से वंचित किया जा रहा है।

राहुल गांधी का आरोप: वोटरों के नाम सूची से गायब

सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश में लाखों लोगों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। उन्होंने कहा—
पिछले चुनाव में जिन लोगों ने मतदान किया था, उनमें से कई के नाम इस बार लिस्ट से हटा दिए गए हैं। यह केवल बिहार की बात नहीं है, महाराष्ट्र, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी यही खेल खेला गया है। भाजपा और चुनाव आयोग के बीच एक तरह की साझेदारी हो चुकी है। नरेंद्र मोदी, अमित शाह और चुनाव आयुक्त मिलकर आपका वोट चुरा रहे हैं। लेकिन मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि बिहार का वोट चोरी नहीं होने देंगे।”

राहुल गांधी ने जनता से अपील करते हुए कहा कि लोकतंत्र की आत्मा ही मताधिकार है और यदि आम लोगों का वोट देने का अधिकार छीना गया तो लोकतंत्र पूरी तरह खोखला हो जाएगा। उन्होंने लोगों को इस “साजिश” के खिलाफ संगठित होकर अपने अधिकारों की रक्षा करने का आह्वान किया।

तेजस्वी यादव का पलटवार: गरीबों और युवाओं का वोट छीना जा रहा

राजद नेता तेजस्वी यादव ने और भी तीखे शब्दों में केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साधा। उन्होंने कहा—
भाजपा चुनाव आयोग के साथ मिलकर गरीबों और युवाओं का वोट छीन रही है। जिन लोगों की मौजूदगी गांव में सबको पता है, उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है। यह गरीब और वंचित तबकों के मताधिकार पर सीधा हमला है।” तेजस्वी यादव ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए नारा लगाया—ये लोग सोचते हैं कि बिहारियों को आसानी से चुना लगा देंगे, लेकिन ये भूल गए कि एक बिहारी सब पर भारी।” उनकी इस बात पर सभा स्थल तालियों और नारों से गूंज उठा।

विपक्ष का संदेश

कांग्रेस और राजद दोनों नेताओं ने इस रैली के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की कि बिहार की जनता किसी भी कीमत पर अपने मताधिकार से समझौता नहीं करेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विपक्ष संयुक्त रूप से इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाएगा और यदि आवश्यकता पड़ी तो आंदोलन का रास्ता भी अपनाएगा।

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