
नई दिल्ली: एक तरफ जहां इजरायल (Isreal) और हमास (Hamas) आतंकियों के बीच लड़ाई और ज्यादा भयावह रुप लेता जा रहा है तो वही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा है कि दुनिया में जो अभी घट रहा है वो सही नहीं है। संघर्ष किसी के हित में नहीं हैं। मानवता का समाधान बंटी हुई दुनिया नहीं दे सकती है। दरअसल दिल्ली में चल रहे पी-20 सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ये बातें कही। आतंकवाद पर ध्यान केन्द्रित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब तक आतंक की परिभाषा को लेकर आम सहमति नहीं बन पाना बेहज दुखद है।
हमास आतंकी संगठन पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चुकि आतंकवाद के मुद्दे पर दुनिया बंटी हुई है और इसी का फायदा इस तरह के आतंकवादी संगठन उठा रहे हैं। पीएम मोदी ने पी-20 के मंच से एकबार फिर दुनियाभर के नेताओं से आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने की अपील की है। पीएम मोदी ने 20 साल पहले भारतीय संसद पर हुए आतंकवादी हमले की याद दिलाते हुए कहा कि 20 साल पहले आतंकवादियों ने हमारी संसद पर भी आक्रमण किया था, यहाँ उनकी मंशा सांसदों के बंदी बनाना और संसद को नष्ट करने का था, लेकिन आतंकवादी अपने मंशा में कामयाब नहीं हो सके।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि दुनिया को भी एहसास हो रहा है कि आतंकवाद दुनिया के लिए कितनी बड़ी चुनौती है। आतंकवाद जहां भी होता है, चाहे कारण कुछ भी हो या फिर किसी भी रुप में हो, ये मानवता के विरुद्ध होता है। ऐसे में आतंकवाद को लेकर हम सभी को सख्ती बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि दुनिभाभर के नेताओं को सोचना होगा कि आतंकवाद के खिलाफ हम कैसे काम कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि दुनियाभर के नेता आतंकवाद को खतरा मानते हैं लेकिन UN में इसको लेकर अभी तक कोई आम सहमति नहीं बन पाई है।
आपको बात दें कि इजरायल और हमास के बीच लड़ाई पिछले 7 दिनों से चल रही है जिसमें दोनों तरफ से हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। हालात ऐसे हैं कि दिन ब दिन ये लड़ाई और ज्यादा विध्वंसक मोड़ लेता जा रहा है। इजरायल ने भी कसम खा ली है कि जिस लड़ाई को हमास ने शुरु की है उसे इजरायल अंजाम तक पहुंचा कर ही दम लेगा। लड़ाई का आलम ऐसा है कि पूरा का पूरा गाजा पट्टी मलबे में बदलता जा रहा है।