PM Modi’s Big Statement on Operation Sindoor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ऑपरेशन सिंदूर और महादेव पर विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत शांति चाहता है लेकिन दुश्मन को जवाब देना भी जानता है।
नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र के दौरान आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर विपक्ष के तमाम सवालों का जवाब दिया और भारतीय सेना की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर अपनी ताकत का प्रदर्शन करने में पीछे नहीं हटेगा। पीएम मोदी ने कहा, “भारत बुद्ध की भूमि है, युद्ध की नहीं। हम समृद्धि और शांति चाहते हैं, लेकिन यह रास्ता ताकत से होकर ही जाता है।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सुरक्षा नीति अब सख्त हो चुकी है, और देश की सीमाओं की रक्षा के लिए सेना को पूरी स्वतंत्रता दी गई है।
ऑपरेशन सिंदूर और महादेव पर विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय वायुसेना और डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान की एक हजार से अधिक मिसाइलों और ड्रोन्स को मार गिराया। उन्होंने बताया कि “9 मई की रात पाकिस्तान के हमले की साजिश का हमें पहले ही आभास हो गया था। 10 मई की सुबह हमने जवाबी कार्रवाई कर पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया।” प्रधानमंत्री ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान खुद इस प्रहार से इतना घबरा गया कि उसके डीजीएमओ ने भारत से संपर्क कर अपील की: “प्लीज़ अब बस करो… बहुत मार खा लिया।”
सिंधु जल समझौते और ऐतिहासिक निर्णयों पर टिप्पणी करते हुए पीएम मोदी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सिंधु जल समझौता भारत के स्वाभिमान के साथ धोखा था और यदि 1971 में दूरदर्शिता दिखाई जाती, तो आज पीओके भारत का हिस्सा होता। इस दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि “कांग्रेस पहलगाम आतंकी हमले के बाद मज़े कर रही थी और सुरक्षा अभियानों पर सवाल उठा रही थी।”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री का यह संबोधन स्पष्ट करता है कि भारत की रणनीतिक नीति अब ‘पहले प्रहार नहीं, लेकिन निर्णायक जवाब’ की दिशा में आगे बढ़ चुकी है। विपक्ष के सवालों के जवाब देने के साथ-साथ उन्होंने देश को यह संदेश दिया कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।