
Narendra Modi
नागपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 30 मार्च को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नागपुर स्थित मुख्यालय का दौरा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका पहला दौरा होगा, जो राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अगले महीने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होने वाला है, ऐसे में पीएम मोदी की यह यात्रा कई अहम संकेत दे सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा के दौरान वह माधव नेत्रालय के भवन विस्तार की आधारशिला भी रखेंगे। इस कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत अन्य बड़े नेता शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार, इस दौरे के दौरान पीएम मोदी और आरएसएस के शीर्ष नेताओं के बीच महत्वपूर्ण बैठक हो सकती है। कहा जा रहा है कि बीजेपी के नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर संघ और पार्टी के बीच सहमति बनाने की कोशिशें जारी हैं।
संघ अपने पसंदीदा उम्मीदवार को बीजेपी अध्यक्ष के रूप में देखना चाहता है, ऐसे में पीएम मोदी की यह यात्रा मतभेदों को सुलझाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी पॉडकास्टर लैक्स फ्रीडमैन के साथ बातचीत में आरएसएस की खुलकर प्रशंसा की थी। उन्होंने संघ के राष्ट्रवादी दृष्टिकोण, समाज में योगदान और व्यक्तिगत रूप से अपने जीवन पर पड़े प्रभाव के बारे में विस्तार से चर्चा की थी।
गौरतलब है कि इससे पहले सितंबर 2015 में दिल्ली में बीजेपी और आरएसएस के बड़े नेताओं की एक समन्वय बैठक हुई थी, जिसमें पीएम मोदी और मोहन भागवत दोनों शामिल हुए थे। अब, 30 मार्च की संभावित यात्रा को देखते हुए राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं कि बीजेपी अध्यक्ष पद के नए चेहरे को लेकर संघ और पार्टी के बीच अंतिम सहमति बनने के आसार हैं।