टीम मार्क्समेन नेटवर्क के Most Preferred Workplace 2025-26 कार्यक्रम में स्वास्थ्य सेवा, फार्मा और बायोटेक क्षेत्रों के एचआर नेताओं ने कर्मचारी कल्याण, नेतृत्व और भविष्य की कार्यसंस्कृति पर चर्चा की।
नई दिल्ली: भारत के स्वास्थ्य सेवा, फार्मास्युटिकल और जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के वरिष्ठ मानव संसाधन (एचआर) नेताओं ने टीम मार्क्समेन नेटवर्क के “सर्वाधिक पसंदीदा कार्यस्थल 2025-26” कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यस्थल संस्कृति और जन-केंद्रित नीतियों पर अपने विचार साझा किए। यह आयोजन संगठनों में कार्यबल रणनीति और सकारात्मक संस्कृति को मजबूत करने में एचआर की भूमिका को रेखांकित करने वाला महत्वपूर्ण मंच बना।
कार्यक्रम में अस्पतालों, फार्मा कंपनियों, बायोटेक फर्मों और संबंधित स्वास्थ्य सेवा संगठनों के एचआर प्रमुख, प्रतिभा प्रबंधक और उद्योग विशेषज्ञ शामिल हुए। चर्चाओं का केंद्र बदलती कार्यस्थल अपेक्षाएं, कर्मचारी कल्याण, नेतृत्व विकास और स्वास्थ्य एवं जीवन विज्ञान क्षेत्रों में काम के भविष्य जैसे विषय रहे। वक्ताओं ने कहा कि तेजी से विकसित हो रहे इन क्षेत्रों में कुशल पेशेवरों को आकर्षित करना और उन्हें बनाए रखना अब संगठनों की रणनीतिक प्राथमिकता बन चुका है।
इस अवसर पर उन संगठनों को सम्मानित किया गया जिन्होंने समावेशी, सहयोगी और मजबूत कार्य वातावरण विकसित किया है। “सर्वाधिक पसंदीदा कार्यस्थल” की यह मान्यता कर्मचारी प्रतिक्रिया, कार्यस्थल नीतियों और नेतृत्व की प्रतिबद्धता के आधार पर दी जाती है। सम्मानित संगठनों को सीखने एवं विकास, विविधता और कर्मचारी सहभागिता में निरंतर निवेश के लिए सराहा गया।
पैनल चर्चाओं में स्वास्थ्य सेवा, फार्मा और बायोटेक क्षेत्रों में एचआर टीमों के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इनमें कार्यबल स्थिरता बनाए रखना, चुस्त और सक्षम टीमों का निर्माण, उभरती तकनीकों में कौशल विकास और नियामक मानकों का पालन शामिल रहा। विशेषज्ञों ने उच्च दबाव वाले कार्य परिवेश में सहानुभूति और प्रदर्शन के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
वक्ताओं ने यह भी कहा कि आज के दौर में मानव संसाधन विभाग केवल प्रशासनिक भूमिका तक सीमित नहीं है, बल्कि संगठन की दीर्घकालिक दृष्टि, संस्कृति और सतत विकास में एक रणनीतिक भागीदार के रूप में उभर रहा है। नवाचार आधारित उद्योगों में प्रभावी एचआर नीतियों को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त के रूप में देखा जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान नेटवर्किंग सत्रों ने प्रतिभागियों को अनुभव साझा करने और विभिन्न उद्योगों से सर्वोत्तम प्रथाएं सीखने का अवसर दिया। उपस्थित लोगों ने ऐसे मंचों को सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक बताया। कुल मिलाकर, यह आयोजन भारत के स्वास्थ्य सेवा, फार्मा और बायोटेक क्षेत्रों में “लोग पहले” दृष्टिकोण की बढ़ती अहमियत को दर्शाता है। आने वाले समय में इन उद्योगों के विस्तार के साथ, मजबूत और भविष्य के लिए तैयार कार्यबल के निर्माण में एचआर नेताओं की भूमिका और भी निर्णायक होने की उम्मीद है।
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