Pahalgam Terror Attack: लश्कर-ए-तैयबा का साजिशकर्ता सैफुल्लाह खालिद, TRF ने ली जिम्मेदारी

पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) में 27 की मौत, 20 घायल। TRF ने ली जिम्मेदारी, मास्टरमाइंड सैफुल्लाह खालिद। NIA जांच में जुटी, देशभर में सुरक्षा अलर्ट।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में 27 लोगों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है। इंटेलिजेंस एजेंसियों ने इस हमले को लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद द्वारा प्रायोजित बताया है, जो पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के रावलकोट से ऑपरेट करता है।

हमला उस समय हुआ जब बड़ी संख्या में पर्यटक बैसरन घाटी में मौजूद थे। मृतकों में उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के नागरिक शामिल हैं। इसके अलावा नेपाल और यूएई से आए दो विदेशी पर्यटक तथा दो स्थानीय लोग भी इस आतंकी हमले की चपेट में आ गए।

चार संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी, दो पाकिस्तानी आतंकी
सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने घटना के चश्मदीदों की मदद से तीन प्रमुख संदिग्धों के स्केच जारी किए हैं, जिनके नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा  बताए गए हैं। इन सभी का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से बताया जा रहा है। इंटेलिजेंस सूत्रों ने पुष्टि की है कि इस हमले में दो विदेशी (पाकिस्तानी) और दो स्थानीय आतंकियों ने हिस्सा लिया। सोशल मीडिया पर चार आतंकियों की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें से एक की पहचान TRF के FT मूसा कैडर के आतंकी के रूप में की जा रही है। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों ने अब तक किसी भी वायरल फोटो को आधिकारिक रूप से सत्यापित नहीं किया है।

हमले से पहले दी गई थी चेतावनी
सूत्रों के अनुसार, सैफुल्लाह खालिद ने एक महीने पहले इस हमले की चेतावनी दी थी। उसका 2019 का एक पुराना वीडियो भी सामने आया है जिसमें उसने कहा था कि “कश्मीर का मसला ठंडा नहीं होने देना है”। यह वीडियो एक बार फिर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।

भारत सरकार की प्रतिक्रिया और पाकिस्तान की भूमिका
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हमले के बाद श्रीनगर पहुंचे, जहां उन्होंने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और बैसरन घाटी में घायलों से मुलाकात की। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा बीच में छोड़ भारत लौटने का फैसला किया है। बुधवार सुबह वे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की आपात बैठक की अध्यक्षता करेंगे। वहीं, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस हमले में पाकिस्तान की किसी भी संलिप्तता से इनकार किया है। उन्होंने कहा, “हम शांति के पक्षधर हैं और इस घटना में हमारा कोई हाथ नहीं है।”

NIA ने शुरू की जांच
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की एक विशेष टीम पहलगाम पहुंच गई है और घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी गई है। एजेंसी ने आसपास के इलाकों से CCTV फुटेज, चश्मदीदों के बयान और संभावित कॉल रिकॉर्ड खंगालने की प्रक्रिया भी शुरू की है। आपको बता दें कि यह आतंकी हमला 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए फिदायीन हमले के बाद सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। पुलवामा हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हुए थे और इसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।

सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, राज्य में हाई अलर्ट घोषित
जम्मू-कश्मीर में हमले के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है और सीमा क्षेत्रों पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है।

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