
Operation Sindoor
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) के तहत पाकिस्तान और POK में एयर स्ट्राइक की। रात 1:44 बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन में 9 आतंकी ठिकाने तबाह किए गए।
नई दिल्ली: भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए बुधवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकियों के ठिकानों पर बड़ा एयर स्ट्राइक किया। इस अभियान को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया था, जिसे भारतीय वायुसेना और थल सेना ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई बुधवार तड़के रात 1:44 बजे शुरू की गई, जिसमें भारत की वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर कोटली, बहावलपुर और मुज़फ्फराबाद स्थित आतंकी शिविरों को निशाना बनाया। कुल 9 ठिकानों पर हमला किया गया, जो आतंकियों के प्रशिक्षण शिविर माने जा रहे थे।

बताया जा रहा है कि भारत के तरफ से की गई इस कार्रवाई में 90 से अधिक आतंकियों को जहन्नूम नसीब हुआ है। भारतीय सेना ने हमले के बाद एक आधिकारिक बयान में कहा, “न्याय हुआ, जय हिंद।” सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि इस हमले का मकसद केवल आतंकवाद को निशाना बनाना था, न कि पाकिस्तान की सैन्य संस्थाओं या आम नागरिकों को। भारत ने यह कार्रवाई आतंक के खिलाफ निर्णायक कदम के रूप में की है, न कि युद्ध के इरादे से।

इस ऑपरेशन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ मिलकर ऑपरेशन की हर पल की निगरानी की। सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी पूरी रात स्थिति पर नजर रखे रहे और हर निर्णय में प्रत्यक्ष रूप से शामिल रहे। एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन की खबरें भी सामने आई हैं। विशेषकर पुंछ-राजौरी क्षेत्र में सीमा पार से भारी गोलीबारी की गई है। इसके चलते BSF और सेना को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट पर रखा गया है।

इस अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि यह टकराव जल्द ही शांत हो जाएगा।” ट्रंप ने यह भी जोड़ा कि उन्हें इस घटनाक्रम की जानकारी उस वक्त मिली जब वे ऑफिस में प्रवेश कर रहे थे, और इस तरह की किसी कार्रवाई की आशंका पहले से थी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह एयर स्ट्राइक भारत की ओर से एक स्पष्ट संदेश है कि आतंक के खिलाफ अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। साथ ही, यह भी संकेत है कि भविष्य में ऐसी किसी भी कार्रवाई पर भारत त्वरित और निर्णायक जवाब देगा।