
कोलकाता: नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के घर शांति निकेतन को यूनेस्को के विश्व विरासत सूची (UNESCO World Heritage) में शामिल किया गया है। भारत इसके लिए काफी समय से प्रयासरत था और ये देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है। यहीं पर रवीन्द्रनाथ टैगोर ने अपने जीवन का अधिकांश समय बिताया था। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में शांति निकेतन स्थित है। हाल ही में भारत सरकार ने यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में इसे शामिल करने की सिफारिश की थी।
यूनेस्को ने रविवार को सोशल मीडिया साइट एक्स (ट्वीटर) पर एक पोस्ट कर इसबात की जानकारी दी है। अपने पोस्ट में यूनेस्को ने लिखा – यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शांति निकेतन शामिल, भारत को बधाई।
वहीं प्रधानंमत्री नरेन्द्र मोदी ने भी ट्वीट कर इस बात की खुशी जाहिर की है। पीएम मोदी ने लिखा – खुशी है कि गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर के दृष्टिकोण और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक शांति निकेतन को यूनेस्को की सूची में अंकित किया गया है। ये सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है।
इससे पहले सांस्कृतिक और पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने इस बात की जानकारी दी थी कि मई महीने में यूनेस्को को विश्व विरासत सूची में शांति निकेतन को शामिल करने की सिफारिश की गई थी। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से करीब 180 किमी दूर बीरभूम जिले में शांति निकेतन स्थित है। ये हमेशा से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा है। इसे एक आध्यात्मिक केन्द्र के रुप में भी पहचान मिली, जहां बड़ी संख्या में लोग प्रार्थना और ध्यान के लिए पहुंचते हैं। 1901 में गुरुदेव ने एक स्कूल भी शुरु किया था।