नई दिल्ली: भारत में खनिज उत्पादन ने वित्त वर्ष 2024-25 के शुरुआती 11 महीनों (अप्रैल-फरवरी) में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। खान मंत्रालय के अनुसार, लौह अयस्क, मैंगनीज अयस्क, बॉक्साइट और सीसा जैसे प्रमुख खनिजों का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है, जो देश की औद्योगिक गतिविधियों में मजबूती को दर्शाता है।
लौह अयस्क उत्पादन में 4.4% की वृद्धि
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, लौह अयस्क का उत्पादन, जो कुल खनिज उत्पादन का लगभग 70% है, वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-फरवरी अवधि में 263 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) तक पहुंच गया। यह वित्त वर्ष 2023-24 की समान अवधि में 252 एमएमटी था, जिससे इसमें 4.4% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई। पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में लौह अयस्क उत्पादन 274 एमएमटी था।
मैंगनीज और बॉक्साइट उत्पादन में भी तेजी
वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-फरवरी) में मैंगनीज अयस्क का उत्पादन 12.8% बढ़कर 3.4 एमएमटी हो गया, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 3.0 एमएमटी था। इसी तरह, बॉक्साइट उत्पादन 3.6% बढ़कर 22.7 एमएमटी हो गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 21.9 एमएमटी था।
सीसा और एल्यूमीनियम उत्पादन में भी इजाफा
सीसा उत्पादन 3.5% बढ़कर 3.52 लाख टन हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में यह 3.4 लाख टन था। अलौह धातु क्षेत्र में, प्राइमरी एल्यूमीनियम उत्पादन 0.9% की मामूली वृद्धि के साथ 38.36 लाख टन तक पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 38.00 लाख टन था।
रिफाइंड कॉपर उत्पादन में 7.1% की वृद्धि
रिफाइंड कॉपर उत्पादन 7.1% बढ़कर 4.64 लाख टन से 4.97 लाख टन हो गया है। भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा एल्यूमीनियम उत्पादक है और रिफाइंड कॉपर के शीर्ष-10 उत्पादकों में से एक है। इसके अलावा, यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक है।
स्टील इंडस्ट्री में मजबूत मांग का संकेत
विशेषज्ञों के अनुसार, लौह अयस्क के उत्पादन में यह वृद्धि स्टील उद्योग में मजबूत मांग को दर्शाती है, जो इन धातुओं का प्रमुख उपभोक्ता है। उद्योग जगत को उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति आगामी महीनों में भी जारी रहेगी और देश की आर्थिक प्रगति में योगदान देगी।
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