
मुंबई: भारत की बढ़ती टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए, विश्व की प्रमुख सेमीकंडक्टर कंपनी एनवीडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मिलकर एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने की घोषणा की है। एनवीडिया के सीईओ और फाउंडर जेन्सन हुआंग ने 24 अक्टूबर को यह ऐलान किया। उन्होंने मुंबई में आयोजित ‘एनवीडिया समिट इंडिया’ कार्यक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण साझेदारी का अनावरण किया।
जेन्सन हुआंग ने इस मौके पर कहा कि भारत में बड़ी आबादी और तकनीकी कौशल का लाभ उठाकर एआई के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाई जा सकती है। इस पहल का उद्देश्य भारत में अत्याधुनिक एआई तकनीक के लिए एक मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है, जो देश के इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएगा।
हुआंग का कहना है, “भारत की विशाल आबादी में से बड़ी संख्या में लोग कंप्यूटर इंजीनियर हैं, जो तकनीकी विकास के लिए एक बड़ा अवसर है।” इस अवसर पर उन्होंने एक नया हिंदी एआई टूल लॉन्च करने की भी घोषणा की, जो भारतीय भाषाओं में एआई एक्सेस को बढ़ावा देगा।
एनवीडिया, जो कि बाजार पूंजीकरण के मामले में अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है, इस साझेदारी के जरिए भारत में अपनी उपस्थिति और प्रभाव को और मजबूत बनाएगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज, जो भारत की सबसे बड़ी कंपनी है, के साथ मिलकर एनवीडिया सुपरकंप्यूटर निर्माण की योजना को साकार करेगा, जिसका एलान पिछले साल सितंबर में किया गया था।
इस साझेदारी के बाद भारत न केवल एक एआई हब बनने की दिशा में बढ़ेगा, बल्कि देश के विकास में एक नई क्रांति भी लाएगा।