ईरान (Iran) और इजरायल (Israel) के बीच जंग अपने पांचवें दिन में पहुंच चुकी है। अब तक 248 लोगों की जान जा चुकी है। इजरायल के हमलों में ईरान के परमाणु ठिकाने निशाने पर रहे। ट्रंप ने तेहरान के नागरिकों को तत्काल शहर छोड़ने की चेतावनी दी है।
तेहरान/तेल अवीव: ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध मंगलवार को पांचवें दिन में प्रवेश कर गया है। दोनों देशों ने अपने हमलों को और तेज करते हुए एक-दूसरे के सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया है। इस बढ़ते संघर्ष में अब तक ईरान में कम से कम 224 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, वैज्ञानिक और आम नागरिक शामिल हैं। वहीं, इजरायल ने पुष्टि की है कि उसके क्षेत्रों पर ईरानी हमलों में महिलाओं और बच्चों समेत 24 नागरिकों की जान गई है।

इजरायल की सेना ने मंगलवार तड़के बयान जारी कर बताया कि उसने ईरान से दागी गई नई मिसाइलों की पहचान की है और जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया है कि उनके देश के हवाई हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को “काफी पीछे धकेल” दिया है। उन्होंने कहा, “मेरा अनुमान है कि हमने उन्हें बहुत, बहुत लंबे समय के लिए रोक दिया है।” इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने G7 शिखर सम्मेलन के समाप्त होने से एक दिन पहले ही स्वदेश लौटते हुए एक कड़ा बयान जारी किया है।

उन्होंने संकेत दिया कि अमेरिका इस संघर्ष में अधिक सक्रिय भूमिका निभा सकता है। ट्रंप ने तेहरान के नागरिकों से शहर छोड़ने की अपील करते हुए चेतावनी दी कि हालात और बिगड़ सकते हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर किए गए भारी हमलों के बाद क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस संघर्ष के चलते वाशिंगटन और तेहरान के बीच चल रही परमाणु समझौते की बातचीत भी अधर में लटक गई है। मध्य पूर्व में बढ़ती यह हिंसा वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन चुकी है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं जल्द से जल्द युद्धविराम और कूटनीतिक समाधान की अपील कर रही हैं।