
नई दिल्ली: जैसा कि सभी जानते होंगे कि दुनिया में गिने चुने ही देश हैं, जिन्होंने 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को हासिल किया है। भारत भी इस माइलस्टोन के बहुत करीब पहुंच चुका है। क्योंकि इन दिनों इसकी चर्चा भारत में हर कोई कर रहा है। चाहे सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हो या फिर देश का कोई बड़ा कारोबारी हो। हर कोई इस ट्रिलियन इकॉनमी की चर्चा करता आ रहा है। यहां तक कि नई दिल्ली में हाल ही में आयोजित G-20 शिखर सम्मेलन में भी इस बात की चर्चा रही थी। लेकिन इसी बीच अब ये खबर निकल कर सामने आई है कि भारत जल्द ही इस माइलस्टोन का हासिल कर लेगा।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा की मानें तो बाजार की विनिमय दरों के आधार पर भारत जल्द ही इस मुकाम पर पहुंच सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि 2027 तक भारत 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी क्लब में शामिल हो कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था वाला देश बन जाएगा। अभी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका की है, जो 25 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा का है। वहीं दूसरा स्थान चीन को मिला हुआ है जो 18 ट्रिलियन डॉलर के साथ क्लब में काबिज है। तो वही तीसरे और चौथे नंबर पर जापान और जर्मनी का नंबर आता है जिसकी इकोनॉमी 4-4 ट्रिलियन डॉलर से थोड़ा ही ज्यादा है। वही भारत अभी पांचवे नंबर है, जिसकी वैल्यू अभी करीब 3.5 ट्रिलियन डॉलर की है।
इस बीच सबसे संतोष वाली बात ये है कि भारत दुनिया का सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला देश बन गया है। जब दुनिया पर आर्थिक मंदी का खतरा मंडरा रहा है, तब भारत की आर्थिक वृद्धि दर दहाई के आंकड़े के आसपास है। जून तिमाही में भारत की आधिकारिक आर्थिक वृद्धि दर 7.8 फीसदी रही। आने वाली तिमाहियों में भी भारत सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा। दूसरी ओर जर्मनी मंदी की चपेट में है और जापान की आर्थिक वृद्धि दर बेहद मामूली है। ऐसे में रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर की बात गलत भी नहीं लगती है।