जयपुर के भांकरोटा में भीषण सड़क हादसा, 7 लोगों की मौत, 40 से ज्यादा घायल
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जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर (Bhankrota Jaipur) में शुक्रवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब अजमेर रोड के पास एक सीएनजी ट्रक की दूसरे ट्रक से टक्कर के बाद जोरदार धमाका हुआ। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए।

कैसे हुआ हादसा?

सुबह 5 बजे भांकरोटा इलाके में घने कोहरे और कम विजिबिलिटी के बीच एक सीएनजी ट्रक और अन्य ट्रक की टक्कर हो गई। टक्कर के बाद ट्रक में विस्फोट हुआ और आसपास की गाड़ियों में आग फैल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के इलाके में दहशत फैल गई। हादसे में 40 से अधिक गाड़ियां जलकर खाक हो गईं, जिनमें ट्रक, यात्री बस, गैस टैंकर, कार, पिकअप, बाइक और टेंपो शामिल हैं।

राहत और बचाव कार्य

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। आग इतनी भयंकर थी कि इसे बुझाने में 20 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां लगीं और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। जो लोग अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे, उन्होंने इसे एक चमत्कार बताया। हालांकि, कई लोग गाड़ियों के अंदर ही फंस गए और बाहर निकलने का मौका नहीं मिला।

घटना के बाद प्रशासन का कदम

 जयपुर-अजमेर एक्सप्रेसवे पर हुए इस हादसे के बाद इलाके का यातायात डायवर्ट कर दिया गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों को तुरंत सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए।

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी SMS अस्पताल में पहुंचकर घायलों के तीमारदारों से मुलाकात की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “यह हादसा अत्यंत दुखद है, और सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।”

नेताओं की प्रतिक्रिया

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने सोशल मीडिया पर लिखा, “भांकरोटा, जयपुर में कैमिकल टैंकर फटने से हुए भीषण हादसे में आग की चपेट में आने से कई लोगों के झुलसने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”

सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजे का ऐलान किया है। घायलों का इलाज जयपुर के एसएमएस अस्पताल और अन्य निजी अस्पतालों में चल रहा है। प्रशासन ने दुर्घटना से प्रभावित लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी बेहद कम थी, जिससे गाड़ियों के चालकों को ट्रैफिक का अनुमान लगाने में कठिनाई हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि सर्दियों में ऐसे हादसों से बचने के लिए हाईवे पर अधिक सावधानी बरतने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की आवश्यकता है।

जयपुर में हुए इस हादसे ने राज्य को झकझोर कर रख दिया है। हादसे की भयावहता को देखते हुए प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। यह हादसा न केवल सुरक्षा मानकों की ओर ध्यान दिलाता है, बल्कि यह भी बताता है कि हाईवे पर सफर के दौरान सावधानी बरतना कितना आवश्यक है।

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