
नई दिल्ली: टेक्नोलॉजी दिग्गज गूगल (Google) ने अपने प्लेटफॉर्म और डिवाइस डिवीजन से सैकड़ों कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। यह छंटनी एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर, पिक्सल फोन और क्रोम ब्राउज़र जैसी प्रमुख उत्पाद टीमों को प्रभावित करती है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब गूगल ने इसी साल जनवरी में इन यूनिट्स के कर्मचारियों को स्वैच्छिक रूप से नौकरी छोड़ने का विकल्प दिया था। ‘द इंफॉर्मेशन’ की रिपोर्ट के अनुसार, गूगल के प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि कंपनी ने पिछले साल प्लेटफॉर्म और डिवाइस टीमों के विलय के बाद अपनी कार्यप्रणाली को अधिक कुशल और तेज़ बनाने के प्रयास शुरू किए थे। प्रवक्ता ने कहा, “इस प्रक्रिया के तहत, स्वैच्छिक निकास कार्यक्रम के अलावा कुछ अतिरिक्त नौकरियों में कटौती की गई है।”
हालांकि, छंटनी से प्रभावित कुल पदों की संख्या का खुलासा नहीं किया गया है। कंपनी ने यह जरूर कहा कि यह कदम संचालन को सुव्यवस्थित करने और खर्चों में कटौती करने की उसकी व्यापक रणनीति का हिस्सा है। गौरतलब है कि गूगल अकेली ऐसी कंपनी नहीं है जो इस तरह की संरचनात्मक बदलावों से गुजर रही है। अमेजन, इंटेल और गोल्डमैन सैक्स जैसी वैश्विक कंपनियां भी एआई के बढ़ते प्रभाव और आर्थिक अनिश्चितता के चलते बड़े पैमाने पर नौकरियों में कटौती कर रही हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेजन सालाना 3 अरब डॉलर की बचत के लिए करीब 14,000 मैनेजमेंट पदों में कटौती की योजना बना रहा है। वहीं, इंटेल वित्तीय घाटे के बाद एक बड़े पुनर्गठन की ओर बढ़ रहा है। गोल्डमैन सैक्स भी प्रदर्शन समीक्षा के आधार पर अपने स्टाफ में 3-5 प्रतिशत की कटौती की तैयारी कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि एआई अपनाने की बढ़ती रफ्तार और ऑटोमेशन पर फोकस के चलते कंपनियां अब अपनी टीमों को कम खर्चीला और अधिक कुशल बनाने की दिशा में काम कर रही हैं। आने वाले महीनों में ऐसी और भी छंटनियों की संभावना जताई जा रही है, खासकर उन क्षेत्रों में जो परंपरागत रूप से मानव संसाधनों पर अधिक निर्भर रहे हैं।