गौतम अडानी पर अमेरिका में धोखाधड़ी का मामला दर्ज, रिश्वत के गंभीर आरोप
मुंबई: अमेरिका (America) में भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) पर धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का गंभीर आरोप लगाते हुए आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। न्यूयॉर्क (New York) में बुधवार को दायर इस मामले में दावा किया गया है कि अडानी और उनकी कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने 25 करोड़ डॉलर की रिश्वत देकर अपनी अक्षय ऊर्जा कंपनी के लिए सरकारी कॉन्ट्रैक्ट हासिल किए।
अमेरिकी अभियोजकों के मुताबिक, अडानी समूह ने भारत के सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने और इस प्रक्रिया को छिपाने की साजिश रची। साथ ही, निवेशकों को गुमराह कर कर्ज और बॉन्ड्स के जरिए तीन अरब डॉलर जुटाए, जिनमें से कुछ धन अमेरिकी कंपनियों से भी लिया गया।
अभियोजन पक्ष के बयान
ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ न्यूयॉर्क के अटॉर्नी ब्रियोन पीस ने कहा, “अभियुक्तों ने भारत के अधिकारियों को रिश्वत देने की योजना बनाई और अमेरिकी तथा वैश्विक निवेशकों को गुमराह किया। हमारा उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय बाजार में भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करना और निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।”
हिंडनबर्ग रिपोर्ट से शुरू हुआ विवाद
यह मामला 2023 की हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद शुरू हुए विवाद का विस्तार माना जा रहा है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह पर वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप लगाया था, जिसके चलते समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी।
हालांकि, अडानी समूह ने इन आरोपों को नकारते हुए उन्हें बेबुनियाद बताया है। कंपनी की ओर से इस ताजा मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
व्यापक जांच का हिस्सा
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, इस जांच की शुरुआत 2022 में हुई थी। अभियोजकों का कहना है कि रिश्वत के लिए जुटाई गई धनराशि अमेरिकी कानूनों और निवेश नीतियों का उल्लंघन करती है।
यह मामला गौतम अडानी के कारोबारी साम्राज्य के लिए बड़ा झटका है, जो बंदरगाहों, हवाई अड्डों, और ऊर्जा क्षेत्र जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में फैला हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार पर असर
इस आरोप के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है। यह मामला अंतरराष्ट्रीय वित्तीय बाजारों में भारत की छवि और निवेशकों के विश्वास के लिए चुनौती बन सकता है।