प्रयागराज हवाईअड्डे पर 93 वर्षों बाद उतरा पहला अंतरराष्ट्रीय विमान

प्रयागराज: 93 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद प्रयागराज हवाईअड्डे ने पहला अंतरराष्ट्रीय विमान देखा, जब भूटान एयरवेज का एक विमान अमेरिकी अरबपति स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरीन पॉवेल जॉब्स (Laurene Powell Jobs) को लेकर उतरा।
महाकुंभ मेले में हिस्सा लेने पहुंचीं लॉरीन पॉवेल जॉब्स
लॉरीन पॉवेल जॉब्स ने महाकुंभ मेले में भाग लिया और भारतीय परंपराओं को अपनाते हुए अपना हिंदू नाम “कमला” रखा। उन्होंने कल्पवास की परंपरा निभाई, जिसमें पवित्र नदियों में स्नान, ध्यान, और शुद्ध शाकाहारी भोजन शामिल हैं। इस दौरान उन्हें एलर्जी की समस्या हुई, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी आध्यात्मिक यात्रा जारी रखी।
इतिहास दोहराया: प्रयागराज से भूटान तक अंतरराष्ट्रीय उड़ान
महाकुंभ मेले के बाद पॉवेल जॉब्स भूटान के लिए उसी विमान से रवाना हुईं, जिसने प्रयागराज से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के इतिहास में नया अध्याय जोड़ा। इससे पहले, प्रयागराज (तब का इलाहाबाद) हवाईअड्डा 1932 तक लंदन के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का केंद्र था।
स्टीव जॉब्स और कुंभ मेला
स्टीव जॉब्स की आध्यात्मिक रुचि किसी से छिपी नहीं है। हाल ही में उनकी 1974 में लिखी गई एक चिट्ठी 4.32 करोड़ रुपये में नीलाम हुई। इस पत्र में उन्होंने अपने दोस्त टिम ब्राउन को कुंभ मेले में जाने की इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने पत्र के अंत में “शांति, स्टीव जॉब्स” लिखा था।
महाकुंभ मेला 2025
13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक आयोजित हो रहे महाकुंभ मेले में दुनिया भर से करोड़ों श्रद्धालु संगम—गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के पवित्र संगम पर डुबकी लगाने के लिए जुटेंगे। यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी अभूतपूर्व है।
प्रयागराज हवाईअड्डे पर अंतरराष्ट्रीय उड़ान के साथ ही इस ऐतिहासिक शहर ने एक बार फिर अपनी ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्ता को साबित किया है।