Maharashtra Assembly Election: महिलाओं का बड़ा समर्थन, ‘मुख्यमंत्री- मेरी लाडली बहन योजना’ बनी गेमचेंजर
नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति (Mahayuti) ने प्रचंड बढ़त हासिल की है। ताजा रुझानों के अनुसार, महायुति 214 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। यह परिणाम तब सामने आ रहा है जब छह महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में महायुति को भारी हार का सामना करना पड़ा था।
एक योजना बनी गेमचेंजर
महायुति की इस सफलता में महिलाओं के समर्थन को निर्णायक माना जा रहा है। एकनाथ शिंदे सरकार की ‘मुख्यमंत्री- मेरी लाडली बहन योजना’ ने महिलाओं को सीधे वित्तीय मदद देकर उनके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला। इस योजना के तहत अब तक दो करोड़ महिलाओं को तीन किस्तों में 1500 रुपये प्रति माह का भुगतान किया गया है।
महायुति ने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि सत्ता में लौटने पर इस रकम को बढ़ाकर 2100 रुपये प्रति माह कर दिया जाएगा। इसके अलावा, शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने तीन हजार रुपये प्रति माह देने का आश्वासन भी दिया। इस वादे ने महिलाओं के बीच महायुति की लोकप्रियता को और बढ़ा दिया।
विपक्ष भी पीछे नहीं रहा, लेकिन महिलाओं ने महायुति को चुना
महिलाओं के खाते में धनराशि भेजने वाली योजनाओं की सफलता ने विपक्ष को भी इसी दिशा में वादे करने पर मजबूर किया। कांग्रेस के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी ने कर्नाटक की ‘महालक्ष्मी योजना’ की तर्ज पर हर महीने 3000 रुपये देने और राज्य परिवहन की बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की घोषणा की। लेकिन चुनावी नतीजों के रुझानों से स्पष्ट है कि महिलाओं ने विपक्ष की बजाय महायुति पर अधिक विश्वास जताया।
योजना पर विवाद और हाईकोर्ट का निर्णय
‘मुख्यमंत्री- मेरी लाडली बहन योजना’ शुरू से ही राजनीतिक बहस का केंद्र रही। इसे बॉम्बे हाईकोर्ट में चुनौती भी दी गई, लेकिन अदालत ने योजना को सही ठहराते हुए रोक लगाने से इनकार कर दिया। हाईकोर्ट ने कहा कि सरकारी योजनाएं राजनीतिक निर्णय का हिस्सा होती हैं और इन पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्ष पर इस योजना की नकल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि शुरुआत में विपक्ष ने इसका विरोध किया, लेकिन जब इसे अपार सफलता मिली, तो उन्होंने इसे अपने एजेंडे में शामिल कर लिया।
महिला मतदाताओं का उत्साह
इस बार के विधानसभा चुनाव में महिला मतदाताओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया। कुल 3.06 करोड़ महिलाओं ने वोट डाले, जो पुरुष मतदाताओं (3.34 करोड़) से थोड़ा कम थे। हालांकि, 12 विधानसभा सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया।
महिलाओं के इस बढ़ते उत्साह और ‘लाडली बहन योजना’ जैसी कल्याणकारी योजनाओं के चलते महाराष्ट्र के चुनावी नतीजों में महायुति को निर्णायक बढ़त मिलती नजर आ रही है। इस जीत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सही योजनाओं और नीतियों से जनता का भरोसा जीता जा सकता है।