
पटना: बिहार में जातिगत जवगणना के सर्वे का आंकड़ा सोमवार को जारी कर दिया गया। इस जातिगत जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा आबादी यादव जाति की है जो 14 फीसदी है, जबकि राजपूत की आबादी 3.45 फीसदी है। वहीं भूमिहार की आबादी 2.85 फीसदी है तो नौनिया जाति के लोग मात्र 1.9 फीसदी हैं।
इस रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में पिछड़ा वर्ग की आबादी 27.12 फीसदी है जो 3 करोड़ 54 लाख 63 हजार 936 है, वहीं अति पिछड़ा वर्ग 36.01 फीसदी है जो 4 करोड़ 70 लाख 80 हजार 514 है। वहीं सामान्य वर्ग के लोग 15.52 फीसदी है। ये पूरा सर्वे बिहार के कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा आबादी पर किया गया है। जिसे अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने जारी किया।
बिहार में अनुसूचित जातियों की आबादी 19.65 फीसदी है जो 2 करोड़ 56 लाख 89 हजार 820 है और वहीं अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या करीब 1.68 फीसदी है जो 21 लाख 99 हजार 361 है और अनारक्षित 15.52 फीसदी हैं, जिनकी जनसंख्या 2 करोड़ 2 लाख 91 हजार 679 है।
वही बात धर्म विशेष की करें तो बिहार में हिन्दू आबादी करीब 81.99 फीसदी है जबकि मुस्लिम 17.7 है। वहीं सिख आबादी 0.011 फीसदी तो बौद्ध आबादी 0.0851 फीसदी है। रिपोर्ट के मुताबिक जैन आबादी 0.0096 और दूसरे धर्म को मानने वाले 0.1274 फीसदी लोग है। इतना ही नहीं, बिहार में 0.0016 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो किसी धर्म को नहीं मानते हैं।
जातीय जनगणना के मुताबिक,
राजपूत | 3.45 % | 45,10733 |
ब्राह्मण | 3.65 % | 47,81280 |
कायस्थ | 0.6011 % | 785771 |
कुर्मी | 2.8785 % | 37,62969 |
कुशवाहा | 4.2120 % | 55,06113 |
तेली | 2.8131 % | 63,77491 |
भूमिहार | 2.8693 % | 37,50886 |
OBC में किसकी जनसंख्या सबसे ज्यादा है?
बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में OBC में सबसे ज्यादा आबादी यादवों की है जो 14 फीसदी है। वहीं कुशवाहा की आबादी 4.27 फीसदी है, कुर्मी की 2.87 फीसदी है तो धानुक की 2.13 फीसदी, भुमिहार की 2.89 फीसदी, सुनार की 0.68 फीसदी, कुम्हार की 1.04 फीसदी, मुसहर की 3.08 फीसदी, बढ़ई की 1.45 फीसदी तो कायस्थ की 0.60 फीसदी और नाई की 1.59 फीसदी आबादी है।