
मुंबई: भारतीय मसालों के ज़ायके का मज़ा दुनिया भर में लोग उठाते हैं। लेकिन अब इस ज़ायके पर एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। सिंगापुर और हांगकांग में भारतीय मसालों के दो ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट पर बैन लगा दिया गया है। इन यहां इन दोनों ब्रैंड के मसालों पर बैन लगने की आग अब दुनिया के कई हिस्सों में पहुंचने लगी है। कुछ देशों में तो इसे बैन कर दिया गया है तो कई देशों में इसको लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं इन ब्रांड्स पर लगे बैन के कारण एक तरफ जहां भारत का मसाला उद्योग के कारोबार पर प्रभाव पड़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर इसकी गुणवत्ता को लेकर भारत की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। आपको बता दें कि इस तरह के बैन से भारतीय मसाला कारोबार के करीब 70 करोड़ डॉलर का कारोबार दांव पर लग गया है। भारतीय मसाला कारोबार को समझने के लिए सबसे पहले ये जानना जरुरी है कि भारत का मसाला कारोबार कितना बड़ा है?
एक आंकड़े के मुताबिक जिन देशों में भारत के इन दोनों ब्रांड के मसालों को बैन किया गया है, उन देशों जिनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, मालदीव भी शामिल है में इस वित्त वर्ष 2023-24 में करीब 69.25 करोड़ डॉलर के मसालों का निर्यात किया गया है। इस बात से ही आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि इस बैन से भारत के मसाला कारोबार पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा। आपको बता दें कि विश्व बाजार में भारतीय मसालों की हिस्सेदारी 12 फीसदी है।