IndiGo Crisis Hits ATF Sales: IndiGo की हजारों उड़ानें रद्द होने से दिसंबर 2025 में एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की बिक्री 7.2% घटी। कोविड के बाद पहली बार ATF मांग में गिरावट दर्ज की गई।
नई दिल्ली: कोविड महामारी के बाद लगातार बढ़ रही एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की मांग को दिसंबर 2025 में झटका लगा है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को झेलने पड़े बड़े परिचालन संकट के कारण एटीएफ की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट महामारी के बाद पहली बार सामने आई है। ऑयल इंडस्ट्री के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, 1 से 15 दिसंबर के बीच एटीएफ की बिक्री घटकर 3.31 लाख टन रह गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 3.45 लाख टन थी। मासिक आधार पर देखें तो एटीएफ की बिक्री में करीब 7.2 प्रतिशत की कमी आई है।
दरअसल, दिसंबर की शुरुआत में इंडिगो को पायलट और क्रू की कमी का सामना करना पड़ा। डीजीसीए के नए नियमों के अनुपालन में दिक्कतों के चलते एयरलाइन को बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। केवल 2 से 10 दिसंबर के बीच करीब 5,000 से अधिक फ्लाइट्स कैंसिल हुईं, जिसका सीधा असर विमान ईंधन की खपत पर पड़ा। हालांकि, एटीएफ के विपरीत अन्य पेट्रोलियम उत्पादों की मांग में बढ़ोतरी देखने को मिली। डीजल की बिक्री सालाना आधार पर करीब 5 प्रतिशत बढ़कर 33 लाख टन तक पहुंच गई। वहीं, पेट्रोल की बिक्री भी पिछले साल की तुलना में 7.7 प्रतिशत बढ़कर 13.3 लाख टन रही।
हालांकि मासिक आधार पर पेट्रोल और डीजल, दोनों की बिक्री में हल्की गिरावट दर्ज की गई, जिसका कारण त्योहारी सीजन के बाद मांग में आई नरमी मानी जा रही है। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे ही एयरलाइंस की परिचालन स्थिति सामान्य होगी, एटीएफ की मांग में भी दोबारा तेजी देखने को मिल सकती है। फिलहाल, इंडिगो संकट ने एविएशन सेक्टर के साथ-साथ ईंधन बाजार पर भी अपनी छाप छोड़ दी है।
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