संभल हिंसा पर अखिलेश यादव का BJP पर हमला, पुलिस-प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने संभल में हुई हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार पर तीखा हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा कि संभल, जो अपने भाईचारे और गंगा-जमुनी तहज़ीब के लिए जाना जाता था, वहाँ सोची-समझी साजिश के तहत माहौल बिगाड़ा गया है।
अखिलेश यादव ने कहा, “संभल में जो हुआ, वह भाईचारे पर सीधी चोट है। बीजेपी और उनके समर्थकों ने पूरे देश में खुदाई और विवादित मुद्दों को उठाने का माहौल बना दिया है, जिससे समाज का सौहार्द और सांस्कृतिक ताना-बाना बिगड़ रहा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा के लिए केवल याचिका दायर करने वाले ही नहीं, बल्कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन के लोग भी बराबर के जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, “संभल का माहौल बिगाड़ने में पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत साफ नजर आ रही है। इन अधिकारियों को निलंबित कर उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा चलाया जाना चाहिए।”
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार की नीतियाँ देश की सांप्रदायिक एकता को नुकसान पहुँचा रही हैं। उन्होंने चेताया कि अगर इस तरह की घटनाएँ नहीं रोकी गईं तो इसका असर पूरे देश पर पड़ेगा। समाजवादी पार्टी प्रमुख ने संसद में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की माँग की और सरकार से जवाबदेही तय करने की बात कही।
क्या है मामला?
संभल में हाल ही में हुई हिंसा ने पूरे राज्य में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सांप्रदायिक तनाव के चलते कई लोग घायल हुए और संपत्ति को नुकसान पहुँचा। इस मामले में पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इस बीच, अखिलेश यादव के बयान से इस मुद्दे ने और भी राजनीतिक रंग ले लिया है। विपक्ष ने बीजेपी सरकार पर सांप्रदायिक माहौल खराब करने का आरोप लगाया है, जबकि बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज किया है।
संभल की घटना पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच स्थानीय जनता में भय और असुरक्षा का माहौल है। अब देखना होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और विपक्ष की माँगों पर कितना ध्यान देती है।