India vs England Test Series: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में अब तक दो भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है। अब अर्शदीप सिंह के भी टेस्ट डेब्यू की संभावना तेज हो गई है।
नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही रोमांचक टेस्ट सीरीज अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। पांच मैचों की इस प्रतिष्ठित श्रृंखला के चार मुकाबले खेले जा चुके हैं, और अब सभी की निगाहें निर्णायक पांचवें और अंतिम टेस्ट पर टिकी हैं। सीरीज में भारत ने जहां मिश्रित प्रदर्शन किया है, वहीं कुछ खिलाड़ियों के लिए यह श्रृंखला बेहद खास साबित हुई है। विशेष रूप से कुछ युवा चेहरों को पहली बार टेस्ट कैप मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, जो उनके करियर के लिए मील का पत्थर बन गया है।
साई सुदर्शन का पहला टेस्ट अनुभव
सीरीज की शुरुआत ही युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन के डेब्यू से हुई। उन्हें पहले टेस्ट में भारत की ओर से मैदान पर उतरने का मौका मिला। हालांकि वे अपने पहले मैच में बल्ले से प्रभाव नहीं छोड़ पाए और कम स्कोर पर पवेलियन लौट गए, जिससे उन्हें दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया। लेकिन चौथे टेस्ट में उन्होंने जोरदार वापसी की और पहली पारी में अर्धशतक जड़कर चयनकर्ताओं का भरोसा कायम रखा। हालांकि दूसरी पारी में वे शून्य पर आउट हुए, फिर भी अपने डेब्यू और अर्धशतक के चलते यह सीरीज उनके लिए यादगार बन गई।
अंशुल कम्बोज का अप्रत्याशित डेब्यू
भारत के लिए इस सीरीज में दूसरा डेब्यू अंशुल कम्बोज ने किया। यह डेब्यू काफी असामान्य परिस्थितियों में हुआ। अंशुल को शुरूआत में टीम में जगह नहीं मिली थी, लेकिन अचानक उन्हें टीम में बुलाया गया और तुरंत ही मैदान पर मौका भी मिल गया। उन्होंने गेंदबाज़ी में प्रभावशाली प्रदर्शन किया और अपनी उपयोगिता साबित की। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे आने वाले मैचों में टीम में अपनी जगह बनाए रख पाते हैं या नहीं।
अब सबकी निगाहें अर्शदीप सिंह पर
अब इस सीरीज में तीसरे संभावित डेब्यू की चर्चा जोरों पर है और इस बार नाम है अर्शदीप सिंह का। अर्शदीप अब तक भारत के लिए वनडे और टी20 में अपनी गेंदबाजी से खासा प्रभाव छोड़ चुके हैं, लेकिन टेस्ट फॉर्मेट में डेब्यू अभी तक नहीं हो पाया है। कई बार चयन के करीब पहुंचने के बावजूद उन्हें अंतिम एकादश में जगह नहीं मिल पाई। अब सीरीज के आखिरी मुकाबले में उनके डेब्यू की संभावना सबसे अधिक मानी जा रही है।
अगर अर्शदीप को मौका मिलता है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे अपने सीम मूवमेंट और स्विंग के जरिए रेड बॉल क्रिकेट में भी उतना ही असरदार प्रदर्शन कर पाएंगे, जितना उन्होंने सीमित ओवरों के प्रारूप में किया है। भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज केवल टीम के प्रदर्शन के लिए ही नहीं, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए भी अवसरों का द्वार साबित हो रही है। साई सुदर्शन और अंशुल कम्बोज के डेब्यू के बाद अब क्रिकेट प्रेमियों को अर्शदीप सिंह के लंबे फॉर्मेट में पदार्पण का इंतजार है। यदि वे अंतिम टेस्ट में खेलते हैं, तो यह न केवल उनके करियर का नया अध्याय होगा, बल्कि भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को भी नई धार मिल सकती है।