
लखनऊ: लोकसभा चुनाव में अब करीब करीब 6 महीने से कम का वक्त बचा है और ऐसे में विपक्षी गठबंधन इंडिया लगातार अपना जनाधार बढ़ाने में लगा हुआ है। एनडीए सरकार के खिलाफ इंडिया गठबंधन लगातार कई राजनीतिक पार्टियों को अपने साथ करने में लगा हुआ है। लेकिन इसी बीच कयास लगाए जाने लगे कि अब मायावती की बीएसपी भी इस इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनने वाली है। क्योंकि अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी पहले से ही इंडिया गठबंधन के साथ है और मायावती भी हमेशा से बीजेपी के खिलाफ खड़ी रही है।
ऐसे में सवाल उठना भी लाजमी है कि मायावती की बीएसपी भी इंडिया गठबंधन के साथ खड़ी होगी। लेकिन इसमें सच्चाई कितनी है, इसका जवाब बीएसपी की तरफ से आ गया है। दरअसल बीएसपी सांसद मलूक नागर ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी बीएसपी इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी। सांसद मलूक नागर उत्तर प्रदेश की बिजनौर सीट से सांसद हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी शुरु से ही महागठबंधन से दूर है और उनकी पार्टी के पास 13.5 फीसदी वोट शेयर है। उन्होंने ये भी भरोसा जताया है कि उनकी पार्टी जिस तरफ चलेगी, जीत भी उसी तरफ आएगी।
बात करें पार्टी अध्यक्ष मायावती की तो, उन्होंने पहले ही इस बात की घोषणा कर दी है कि उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। साथ ही उन्होंने इस बात का भी दावा किया है कि ये महागठबंधन चुनाव से पहले ही टूट जाएगा। आपको बता दें कि इससे पहले ये खबर आई थी कि कांग्रेस शुरु से ही कोशिश कर रही है कि बीएसपी इंडिया गठबंधन में शामिल हो जाए। यहां तक कि कहा ये भी जा रहा है कि प्रियंका गांधी ने मायावती से मुलाकात भी की है। लेकिन अब बीएसपी ने अपने बयान से रुख साफ कर दिया है।