
बेंगलूरु: चंद्रयान 3 और आदित्य एल 1 मिशन की सफलता के बाद अब दुनियाभर की नजर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) पर है। इसरो भी अब अंतरिक्ष में नई नई संभावनाओं की तलाश कर रहा है। जिसमें अंतरिक्ष में भारत का अपना स्पेस स्टेशन का बनना और मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन शामिल है। इस बात का पता इसरो चीफ एस. सोमनाथ द्वारा एक मीडिया ग्रुप को दिए इंटरव्यू से चला है। इसमें उन्होंने बताया है कि हमारी अंतरिक्ष एजेंसी भविष्य में अलग अलग मिशन के लिए संभावनाएं तलाश रही है।
अपने इंटरव्यू में एस. सोमनाथ ने कहा है कि चंद्रमा मिशन की सफलता के बाद हम सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं। हम देख रहे हैं कि अंतरिक्ष स्टेशन इंडियन स्पेस इकोनॉमी के लिए कैसे फायदेमंद बन सकता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में चंद्रयान – 3 ने अपना टास्क पूरा किया है। वहां से काफी अहम जानकारियां और डेटा इकट्ठा किया गया है। वहीं चांद पर रात होने की वजह से लैंडर और रोवर स्लिप मोड में चले गए थे और दोबारा नहीं जगे। अब इस मिशन को समाप्त मान लिया गया है।
स्पेस स्टेशन की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए इसरो चीफ ने कहा कि हमारी योजना है कि आने वाले समय में हमें एक स्पेस स्टेशन के निर्माण के बारे में सोचना चाहिए, जहां पूरी तरह से रोबोटिक संचालन हो। हमारे पास अभी मानवयुक्त उड़ान क्षमता नहीं हैं, हालांकि हम इस पर तेजी से काम कर रहे हैं। गगनयान मिशन के तहत अंतरिक्ष य़ात्रियों को स्पेस में भेजा जाएगा। एस. सोमनाथ ने ये भी कहा कि इसरो लंबी अवधि की मानव अंतरिक्ष उड़ान पर विचार कर रहा है। अगर ऐसा हुआ तो हम अमेरिका, चीन और रुस के बाद चौथे सफल देश बन जाएंगे।