
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 69 जिला प्रमुखों को बदल दिया है। इसे 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़ कर देखा जा रहा है। बीजेपी ने यूपी में 98 संगठनात्मक जिला इकाइयों को बांट दिया है, जिसमें ऊंची जाति को सबसे ज्यादा पद दिए गए हैं। महिलाओं और दलितों का प्रतिनिधित्व कम ही है और मुस्लिम समुदाय से कोई भी जिला इकाई का प्रमुख नहीं बनाया गया है। उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने 98 जिला इकाई अध्यक्षों की एक सूची जारी की है।
किस तरह से हुआ है बंटवारा?
जैसा कि सभी जानते हैं कि ऊंची जाति के वोटर ही भाजपा के पारंपरिक वोटर्स रहे हैं। इसलिए जिला इकाई के अध्यक्षों में सबसे ज्यादा 57 पद इन्हें दिया गया है। अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से 36 नए जिलाध्यक्ष बने हैं। ऐसा इसलिए भी किया गया है कि 2014 और 2019 के लोकसबा चुनाव में ओबीसी ने अहम योगदान दिया था। वही 21 जिला अध्यक्ष ब्राह्मण समुदाय से तो 20 राजपुत समुदाय से हैं। 8 वैश्य समुदाय से हैं तो 5 कायस्थ समाज से हैं। वहीं 3 जिला अध्यक्ष भूमिहार समुदाय से बनाए गए हैं। इसके अलावा 5 जिलाध्यक्ष दलित समुदाय से हैं। हैरान करने वाली बात ये है कि इसमें से महिला बिल्कुल ही नदारत है। क्योंकि पार्टी ने सिर्फ 4 महिला जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है।
जिस हिसाब से पार्टी के अंदर जिलाध्यक्षों को चयन किया गया है, वो उनके पिछले काम की बदौलत ही चय़न किया गया है। जिनका कोई खास पर्फोर्मेंस नहीं रहा है, उन्हें हटा दिया गया है। साथ ही पार्टी में ये भी ऐलान किया गया है कि जो पार्टी कार्यकर्ता निकाय चुनाव में कड़ी मेहनत करेंगे, पार्टी की तरफ से उन्हे ईनाम दिया जाएगा। इस घोषणा के साथ पार्टी ने आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भी कार्यकर्ताओं को ये संदेश दे दिया है कि जो अच्छा काम करेगा उसे पुरस्कृत किया जाएगा।