Bihar Election 2025: एनडीए का विधानसभा सम्मेलन 23 अगस्त से, 14 टीमें संभालेंगी कमान – ‘225 सीटें, फिर से नीतीश’ नारे के साथ महागठबंधन को चुनौती

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Bihar Election 2025: एनडीए का विधानसभा सम्मेलन 23 अगस्त से, 14 टीमें संभालेंगी कमान – ‘225 सीटें, फिर से नीतीश’ नारे के साथ महागठबंधन को चुनौती. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एनडीए ने 23 अगस्त से 24 सितंबर तक 243 विधानसभाओं में कार्यकर्ता सम्मेलन की घोषणा की है। सात चरणों में होने वाले इस अभियान का नेतृत्व 14 टीमें करेंगी और नारा होगा – “2025 में 225, फिर से नीतीश।”

पटना: बिहार की राजनीति में चुनावी सरगर्मी लगातार तेज हो रही है। महागठबंधन जहां वोट अधिकार यात्रा के जरिए जनता तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है, वहीं एनडीए ने भी अपने अभियान का ऐलान कर दिया है। एनडीए का विधानसभा स्तर पर सम्मेलन 23 अगस्त से शुरू होगा और यह 24 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान प्रतिदिन औसतन 14 विधानसभाओं में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने जानकारी दी कि यह अभियान सात चरणों में चलेगा, जिसमें पहले चरण में 42 और दूसरे चरण में भी 42 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। कुल मिलाकर, एनडीए 243 विधानसभाओं में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करेगा। इसका मकसद एनडीए का साझा नारा “2025 में 225, फिर से नीतीश” गांव-गांव और प्रखंड स्तर तक पहुंचाना है।

सभी घटक दल एकजुट

इस अभियान की घोषणा जेडीयू कार्यालय में हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई। इस दौरान जेडीयू, बीजेपी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हम (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) और रालोमो (राष्ट्रीय लोक जनता मोर्चा) के प्रदेश अध्यक्ष एक मंच पर नज़र आए। इससे यह साफ संकेत गया कि एनडीए साझा रणनीति और लक्ष्य के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर चुका है।

14 टीमें, वरिष्ठ नेताओं की अगुवाई

सम्मेलन को सफल बनाने के लिए एनडीए ने 14 टीमें गठित की हैं। प्रत्येक टीम का नेतृत्व गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं को सौंपा गया है और हर टीम में सात सदस्य होंगे।
इन टीमों का नेतृत्व करने वालों में प्रमुख नाम शामिल हैं – संजय झा, अशोक चौधरी, विजय चौधरी, उमेश कुशवाहा, श्रवण कुमार, रामनाथ ठाकुर, रत्नेश सदा, दिलीप जायसवाल, सम्राट चौधरी, शीला मंडल, विजय सिन्हा, मंगल पांडे, नित्यानंद राय, गिरिराज सिंह, राज भूषण निषाद, राधा मोहन सिंह और रवि शंकर प्रसाद। इसके साथ ही पांचों घटक दलों के प्रदेश अध्यक्ष भी इस अभियान का हिस्सा होंगे।

एक महीने में 18 दिन गहमागहमी

कार्यक्रम के तहत एक महीने की अवधि में 18 दिन सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। हर दिन 14 विधानसभाओं में कार्यकर्ताओं की बैठकें होंगी। इस तरह यह सम्मेलन न केवल संगठनात्मक मजबूती का प्रतीक बनेगा, बल्कि एनडीए को जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का भी अवसर देगा।

रणनीति स्पष्ट: सत्ता वापसी का रोडमैप

विश्लेषकों का मानना है कि एनडीए इस अभियान के जरिए कार्यकर्ताओं में उत्साह भरना चाहता है और 2025 विधानसभा चुनावों के लिए मजबूत संदेश देना चाहता है। महागठबंधन की वोट अधिकार यात्रा का सीधा जवाब देते हुए एनडीए ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उसकी प्राथमिकता संगठनात्मक मजबूती और नीतीश कुमार के नेतृत्व में सत्ता वापसी है।

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