पाकिस्तान की संसद में बड़ा खुलासा, विकास फंड का 10% आतंकवादियों तक पहुँचता है – मौलाना फजल-उर-रहमान

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Pakistan Terrorism Funding: पाकिस्तान के वरिष्ठ नेता मौलाना फजल-उर-रहमान ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद से जारी विकास फंड का लगभग 10% हिस्सा आतंकवादियों तक पहुँचता है, जिससे कट्टरपंथी संगठन मजबूत हो रहे हैं। CPEC भी आतंकी खतरे में।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में आतंकवाद के बढ़ते साये को लेकर दशकों से भारत दुनिया को आगाह करता आया है, लेकिन अब पाकिस्तान की अपनी राजनीतिक और धार्मिक नेतृत्व ने इस खतरे की पोल खोल दी है। सर्वदलीय सम्मेलन (APC) में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (फजल) के प्रमुख और वरिष्ठ नेता मौलाना फजल-उर-रहमान ने सरकार और संस्थाओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान की केंद्रीय और प्रांतीय सरकारें परोक्ष रूप से आतंकवाद को वित्तपोषित कर रही हैं।

मौलाना ने चेतावनी दी कि इस्लामाबाद से निकलने वाला विकास फंड का करीब 10 प्रतिशत हिस्सा भ्रष्टाचार और जबरन वसूली की आड़ में आतंकवादियों तक पहुँचता है, जिससे कट्टरपंथी संगठन लगातार मजबूत होते जा रहे हैं। उनके मुताबिक, “सरकार और सेना दोनों ही इस प्रवृत्ति को रोकने में नाकाम साबित हो रही हैं और आम नागरिक आज डर और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर हैं।”

आतंकवादियों का कब्जा और शासन का पतन

सम्मेलन में मौलाना ने खुलासा किया कि खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान और सिंध के कई इलाकों में आतंकवादी समूह खुलेआम सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि इन इलाकों में सरकार का कोई प्रभावी नियंत्रण नहीं है और प्रशासनिक संस्थाएं लगभग ध्वस्त हो चुकी हैं।
मौलाना के मुताबिक, “आतंकवादी अब कबायली इलाकों पर कब्जा कर चुके हैं। वे सड़कों पर लोगों को रोककर उनकी पहचान पत्र की जांच करते हैं और दिनदहाड़े लूटपाट करते हैं।”

सी-पैक कॉरिडोर भी खतरे में

चीन के सहयोग से बने सी-पैक कॉरिडोर (CPEC) को लेकर भी मौलाना ने चिंता जताई। उन्होंने कहा, “हम इसे पाकिस्तान की आर्थिक जीवन रेखा मानते हैं, लेकिन यह भी आतंकवादियों के निशाने पर है। आए दिन काफिलों पर हमले होते हैं, जिससे परियोजना की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।”

सरकारों के बीच आरोप-प्रत्यारोप

मौलाना की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पाकिस्तान के केंद्रीय गृहमंत्री और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री एक-दूसरे पर आतंकवादी फंडिंग के आरोप लगा रहे हैं। इससे साफ है कि आतंकवादियों को लेकर पाकिस्तान का आंतरिक राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है।

पाकिस्तान में पल रहा ‘सांप’ अब डस रहा है

विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति नई नहीं है। अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भी चेताया था कि “आप अपने घर में सांप पालकर यह उम्मीद नहीं कर सकते कि वह केवल पड़ोसी को ही डसेगा।” भारत और अफगानिस्तान में लंबे समय से आतंक को फैलाने वाला पाकिस्तान आज उसी आग में झुलस रहा है। बलूचिस्तान, सिंध और खैबर पख्तूनख्वा में हाल के वर्षों में आतंकी घटनाओं में तेज़ी आई है, जो मौलाना फजल-उर-रहमान के आरोपों की पुष्टि करते हैं।

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