Shubman Gill’s Captaincy Debut Shines: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शुभमन गिल ने बतौर कप्तान 754 रन बनाकर नया रिकॉर्ड कायम किया। क्या अब वनडे कप्तानी भी गिल को सौंपी जाएगी? जानिए उनके प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं के बारे में।
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे शुभमन गिल ने टेस्ट कप्तानी में अपने डेब्यू से ही वह कारनामा कर दिखाया है, जो बड़े-बड़े दिग्गज भी नहीं कर पाए। इंग्लैंड दौरे जैसी कठिन चुनौती में उन्होंने न केवल शानदार बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया, बल्कि नेतृत्व में भी परिपक्वता दिखाई। पांच टेस्ट मैचों की इस रोमांचक सीरीज़ को गिल ने एक युवा टीम के साथ 2-2 की बराबरी पर समाप्त कर दिया, जो कि उनके कप्तानी करियर की बेहद प्रभावशाली शुरुआत मानी जा रही है।
रोहित शर्मा के अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गिल को कप्तानी की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी। और इंग्लैंड जैसे मुश्किल दौरे से उनकी ‘अग्निपरीक्षा’ शुरू हुई। लेकिन गिल ने इस मौके को दोनों हाथों से लपकते हुए दस पारियों में 754 रन ठोक दिए। यह किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा किसी एक टेस्ट सीरीज में बनाया गया सर्वाधिक स्कोर है। इतना ही नहीं, अगर विश्व रिकॉर्ड्स की बात करें तो सिर्फ महान डॉन ब्रैडमैन ही एक सीरीज में उनसे ज़्यादा रन बना सके हैं – जिन्होंने 1936-37 की एशेज सीरीज में 810 रन बनाए थे।
शुभमन गिल का यह प्रदर्शन न केवल भारतीय क्रिकेट में ऐतिहासिक है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी गिनती अब अग्रणी बल्लेबाज़-कप्तानों में होने लगी है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने गिल की तारीफ करते हुए कहा है कि जल्द ही उन्हें वनडे टीम की भी कमान सौंपी जा सकती है। अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कैफ ने कहा, “गिल ने टेस्ट में बतौर कप्तान जिस तरह से प्रदर्शन किया है, वह दर्शाता है कि वे जिम्मेदारी उठाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जब आप युवा खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरते हैं, तो आपको खुद बैट से भी रन बनाने होते हैं और कप्तानी में भी रणनीतिक रूप से मजबूत होना पड़ता है। गिल ने दोनों भूमिकाएं बखूबी निभाई हैं।”
इधर रोहित शर्मा का वनडे भविष्य भी अब सवालों के घेरे में है। टेस्ट और टी20 से संन्यास लेने के बाद अब वह केवल 50 ओवर के फॉर्मेट पर फोकस कर रहे हैं। लेकिन 2027 विश्व कप तक वे 40 वर्ष के हो जाएंगे। बीसीसीआई ने भले ही यह स्पष्ट किया है कि रोहित अभी वनडे कप्तान बने रहेंगे, परंतु समय और गिल का प्रदर्शन यह संकेत दे रहा है कि नेतृत्व परिवर्तन ज्यादा दूर नहीं। गिल की बल्लेबाज़ी में कप्तानी के बाद जो निखार आया है, वह चयनकर्ताओं के लिए भी एक स्पष्ट संदेश है।
भारत को भविष्य की तैयारी करनी है, और शुभमन गिल जैसे युवा, जो न सिर्फ रनों की भूख रखते हैं बल्कि नेतृत्व कौशल भी दिखा चुके हैं – शायद वनडे क्रिकेट की कमान के लिए अगली स्वाभाविक पसंद बन सकते हैं। गौरतलब है कि शुभमन गिल ने टेस्ट कप्तानी में जो इतिहास रचा है, उससे यह संकेत साफ है कि वे भविष्य में भारतीय क्रिकेट के स्थायी कप्तान बनने की ओर अग्रसर हैं। वनडे क्रिकेट में उनकी नियुक्ति अब केवल समय की बात लगती है।