
PM Modi's Bihar visit
PM Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीवान, बिहार में 10,000 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। जनसभा में उन्होंने विपक्ष, खासकर RJD पर निशाना साधा और बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान का मुद्दा उठाया।
सीवान, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के सीवान जिले का दौरा किया, जहां उन्होंने करीब 10 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयोजित जनसभा में पीएम मोदी ने देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को श्रद्धांजलि दी और विपक्ष पर तीखा हमला बोला। कार्यक्रम की शुरुआत पीएम मोदी के भव्य रोड शो से हुई, जिसमें भारी संख्या में लोग शामिल हुए। उनके साथ मंच पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।

आपको बता दें कि यह बिहार में प्रधानमंत्री का पिछले छह महीनों में चौथा दौरा है, जिससे आगामी लोकसभा चुनावों की राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो गई है। प्रधानमंत्री ने पीएम आवास योजना के तहत प्रदेश के 51,000 लाभार्थियों को पहली किस्त जारी की। उन्होंने वैशाली में नई रेल लाइन और पटना-गोरखपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। पीएम मोदी ने जनसभा को भोजपुरी में संबोधित करते हुए कहा, “सिवान की धरती राजेन्द्र बाबू जैसे राष्ट्रनायकों की भूमि है। उन्होंने देश को संविधान और दिशा दी। एनडीए सरकार उन्हीं आदर्शों को आगे बढ़ा रही है।”

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बिहार के विकास को लेकर गहरी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा, “मैं विदेश से लौटकर सीधे बिहार आया हूं। दुनिया के बड़े नेता भारत की तरक्की से प्रभावित हैं, और इस प्रगति में बिहार की बड़ी भूमिका होगी।” इस दौरान पीएम मोदी ने राजद और लालू यादव पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उनके समर्थकों ने हाल ही में बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर का अपमान किया। उन्होंने कहा, “ये लोग बाबा साहेब को पैरों के पास रखते हैं, लेकिन मैं उन्हें दिल में रखता हूं।”

प्रधानमंत्री ने जनसभा में यह भी स्पष्ट किया कि वे चुप बैठने वालों में नहीं हैं। उन्होंने कहा, “अब बहुत हो गया, मुझे बिहार के गांव-गांव, घर-घर और नौजवानों के लिए काम करना है।” पीएम मोदी का यह दौरा केवल विकास योजनाओं के उद्घाटन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह राजनीतिक संदेशों से भी भरपूर रहा, जिससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि आने वाले चुनावों में बिहार एक महत्वपूर्ण रणभूमि बनने वाला है।