
Pakistan
पाकिस्तान (Pakistan) ने प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की अध्यक्षता में एनएससी की बैठक के बाद भारत के आतंकवादी शिविरों के आरोपों को निराधार और झूठा बताया।
एपीएम न्यूज़, नई दिल्ली: जैसा होने का शक़ था और आखिरकार ऐसा ही हुआ। पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक के बाद भारत के उन आरोपों को नकारा है, जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान की धरती पर आतंकवादी शिविर हैं। पाकिस्तान ने भारत के इन आरोपों को “निराधार” और “झूठे” बताते हुए उन्हें खारिज किया है। हालांकि ये कोई ऐसा पहला मामला नहीं है, जब पाकिस्तान ने भारत के आरोपों को नकारा है।
पाकिस्तान सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत के आरोप पूरी तरह से आधारहीन हैं और इसने अपनी मंशा को छिपाते हुए एक बार फिर राजनीतिक उद्देश्य साधने के लिए बिना किसी ठोस प्रमाण के आरोप लगाए हैं। बयान में यह भी कहा गया कि पाकिस्तान ने 22 अप्रैल 2025 के बाद एक विश्वसनीय और पारदर्शी जांच के लिए प्रस्ताव दिया था, जिसे भारत ने स्वीकार नहीं किया।
पाकिस्तान के अनुसार, 6 मई 2025 को अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने पाकिस्तान में कथित आतंकवादी शिविरों का दौरा किया था और ऐसे दौरे अब और भी तय किए जा रहे हैं। बावजूद इसके, पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत बिना किसी प्रमाण के इन दावों को आगे बढ़ा रहा है और अपने राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए निर्दोष नागरिकों पर हमले कर रहा है।
वहीं, भारत की ओर से यह लगातार कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की धरती पर आतंकवाद के स्रोत मौजूद हैं और इन आतंकवादी शिविरों को समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर कार्रवाई करनी चाहिए। भारत ने पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश की है कि वह आतंकवादियों के खिलाफ ठोस कदम उठाए और उन्हें अपने क्षेत्र से पूरी तरह से खदेड़े।
विश्लेषकों का मानना है कि इस प्रकार के आरोप और जवाब दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा सकते हैं। भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में इस तरह की बयानबाजी और आरोपों से स्थिरता की संभावना कम होती जा रही है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर दबाव डालने की रणनीति दोनों देशों की तरफ से स्पष्ट होती जा रही है।