
Pahalgam
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में 2025 के आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत और 10 घायल। देशभर में मातम और ग़ुस्से का माहौल। जानें राहुल गांधी, खड़गे, ममता बनर्जी और अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाएं व सरकार से की गई मांगें।
श्रीनगर/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के सुंदर पहलगाम क्षेत्र में मंगलवार को हुए कायराना आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस भयावह घटना में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, जबकि 10 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं। आतंकी हमले ने न केवल पीड़ित परिवारों को अपूरणीय क्षति पहुँचाई है, बल्कि देश की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के बाद से पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है और आम जनमानस के साथ-साथ राजनीतिक गलियारों में भी भारी ग़ुस्सा देखने को मिल रहा है। देशभर से इस कायराना हमले की निंदा करते हुए पीड़ितों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं।
राहुल गांधी का बयान: खोखले दावों की जगह ले सरकार जिम्मेदारी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए इस हमले को दिल दहलाने वाला बताया और सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की। उन्होंने कहा, “आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। अब समय आ गया है कि सरकार कश्मीर में हालात सामान्य होने के खोखले दावों की जगह जिम्मेदारी ले और ऐसा तंत्र विकसित करे जिससे भविष्य में इस तरह की बर्बर घटनाएं रोकी जा सकें।”
मल्लिकार्जुन खड़गे: भारत की सुरक्षा सर्वोपरि
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी हमले की निंदा करते हुए केंद्र सरकार से सुरक्षा उपायों की समीक्षा और सुधार की मांग की। उन्होंने कहा, “ये मानवता पर धब्बा हैं। भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है और हम केंद्र से इसे सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह करते हैं।”
ममता बनर्जी: हिंसा पूरी तरह से निंदनीय, दोषियों को मिले सजा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हमले पर दुख जताते हुए इसे “पूरी तरह से निंदनीय” बताया और सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, “इस प्रकार की हिंसा को दंडित किया जाना अत्यावश्यक है।”
अखिलेश यादव और केजरीवाल ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा, “सुरक्षा से ही विश्वास, एकता और अखंडता की भावना उत्पन्न होती है। केंद्र को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बहाल करने पर सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।” वहीं, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस हमले को “मानवता पर हमला” बताते हुए कहा कि देश को इस दुखद घड़ी में एकजुट रहने की जरूरत है।
पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला देश के सामने एक बार फिर यह सवाल उठा रहा है कि क्या जम्मू-कश्मीर वास्तव में सुरक्षित है? पीड़ितों को न्याय दिलाने और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए अब सरकार से तत्काल और निर्णायक कदमों की अपेक्षा की जा रही है। देश इस वक्त शोक में है, लेकिन साथ ही एकजुट होकर आतंक के खिलाफ खड़ा भी है।